टेरर फडिंग मामले में NIA की छापेमारी, नक्सलियों की लेवी से जुड़े हैं तार
झारखंड के चतरा जिले में टेरर फंडिंग मामले में एनआईए छापामारी कर रही है. चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र में एक साथ छह स्थानों पर रेड की गयी है. एनआईए की टीम सुबह पांच बजे चतरा के पिपरवार थाना क्षेत्र पहुंची.
झारखंड के चतरा जिले में टेरर फंडिंग मामले में एनआईए छापामारी कर रही है. चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र में एक साथ छह स्थानों पर रेड की गयी है. एनआईए की टीम सुबह पांच बजे चतरा के पिपरवार थाना क्षेत्र पहुंची.
इसके बाद से एक के बाद एक ठिकानों पर रेड की जा रही है. पिपरवार थाना क्षेत्र के बिलारी एवं बेती समेत कुल छह जगहों पर छापामारी जारी है. जिन जगहों पर छापेमारी हुई है उनमें जानकी महतो, बबलू मुंडा, नागेश्वर गंझू, रोहन गंझू एवं महेंद्र गंझू समेत अन्य के ठिकाने शामिल हैं. बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले नक्सली संगठन जेएसपीसी का जोनल कमांडर भिखन गंझू गिरफ्तार हुआ था.
बताया जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई गहरे राज का पर्दाफाश हुआ है. उसके बयान के आधार पर भी ही एनआईए रेड कर रही है. टेरर फंडिंग के साथ अवैध वसूली मामले में भी एनआईए द्वारा रेड की जा रही है.
बबलू मुंडा पर आरोप लगे हैं कि उसने कोल परियोजना से जुड़ कर कारोबारियों से टीपीसी के नाम पर 200 करोड़ की लेवी वसूली की थी. उसने संगठन को एक भी रुपया नहीं दिया था. जिसके बाद भीखन ने बबलू मुंडा की हत्या की साजिश रची थी.. टीपीसी के जोनल कमांडर भीखन गंझू के कहने पर 29 सितंबर 2021 को कांके ब्लॉक चौक के पास बबलू मुंडा पर गोलीबारी हुई थी.
भीखन गंझू ने इसके लिए लातेहार जिला के मुरपा के रहने वाला इरफान को 25 लाख रुपये की सुपारी दी थी. इरफान ने इसके लिए स्थानीय अपराधियों का साथ लिया था. घटना को अंजाम देने के लिए भीखन ने एके- 56 हथियार भी मुहैया करायी थी.