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झारखंड : गणतंत्र दिवस में शामिल नहीं हो सकेंगे 18 से कम और 60 साल से अधिक उम्र के लोग

अगर आप अपनी खराब होती तबीयक की वजह मौसम को मान रहे हैं और आपको भी सर्दी, खांसी और बुखार है तो आपमें भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं. झारखंड में तीसरी लहर में सबसे अधिक संक्रमित 30 से 44 आयु वर्ग के लोग हुए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर 15 से 29 वर्ष के युवा प्रभावित होनेवालों में शामिल हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2022 8:53 PM

झारखंड  :  गणतंत्र दिवस में शामिल नहीं हो सकेंगे 18  से कम और 60 साल से अधिक उम्र के लोग

अगर आप अपनी खराब होती तबीयक की वजह मौसम को मान रहे हैं और आपको भी सर्दी, खांसी और बुखार है तो आपमें भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं. झारखंड में तीसरी लहर में सबसे अधिक संक्रमित 30 से 44 आयु वर्ग के लोग हुए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर 15 से 29 वर्ष के युवा प्रभावित होनेवालों में शामिल हैं.

दोनों आयु वर्ग कामकाजी लोगों या छात्रों का है, जो अक्सर बाहर किसी न किसी काम से निकलते हैं. झारखंड में 25 दिसंबर 2021 से 10 जनवरी 2022 के बीच करीब 31467 संक्रमित मिल चुके हैं. इनमें 30 से 44 आयु वर्ग के 34.75 प्रतिशत और 15 से 29 आयु वर्ग के 32.60 प्रतिशत संक्रमित मिल चुके हैं. 30 से 44 आयु वर्ग के 10935 संक्रमित हुए हैं, जबकि 15 से 29 आयु वर्ग के 10260 संक्रमित हुए हैं.राज्य में तीसरी लहर में अब तक मिले कुल संक्रमितों में 4.72 प्रतिशत बच्चे भी हैं. शून्य से 14 वर्ष आयु वर्ग के इन बच्चों की संख्या 1488 हैं, जो संक्रमित हुए हैं.

तीसरी लहर में 45 से 59 आयु वर्ग के संक्रमितों की संख्या 6470 है, जो कुल संक्रमितों का 20.56% है. हालांकि इस बार 60 प्लस के लोग कम संक्रमित हुए हैं. इनकी संख्या 2314 है, जो कुल संक्रमितों का 7.35% है. मौत का आंकड़ा बुजुर्गों के लिए चिंताजनक है. 25 दिसंबर से 10 जनवरी तक कुल 27 लोगों की मौत हुई है. इनमें से 21 बुजुर्ग हैं, जिनकी उम्र 60 या उससे ज्यादा थी.

झारखंड के साथ- साथ कई राज्यों में भी इसी तरह का ट्रेंड देखा जा रहा है. तीसरी लहर 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए खतरनाक मानी जा रही थी, लेकिन खतरनाक 19 से 44 साल के युवाओं के लिए साबित हो रही है। बीते एक सप्ताह में 190 इसी उम्र के जवान लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं। किसी भी उम्र समूह में यह सबसे ज्यादा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर 45 से 59 साल के अधेड़ कहे जाने वाले लोग हैं। ऐसे 78 लोग एक सप्ताह में कोरोना की चपेट में आए हैं। इसके बाद 18 साल से कम उम्र के बच्चों का नंबर आता है.

कोविड की तीसरी लहर के पहले सप्ताह में ही उसकी टेढ़ी चाल या ट्रेंड साफ हो गया है। दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर में भी युवा ही संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। 19 से 44 साल के बीच की उम्र के 190 लोग एक सप्ताह के अंदर संक्रमण की चपेट में आए हैं। इनमें से भी 19 से 29 साल के बीच के युवा सबसे ज्यादा है.

कोरोना की तीसरी लहर में अभी कोरोना वायरस के प्रमुख लक्षण में सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार ही सामने आ रहा है। संक्रमित आने वाले लोगों में 50 फीसदी को सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार ही निकला है.

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