VIDEO: झारखंड के इस जिले में इस बार केमिकल रहित होली, पलाश, गुलाब, गेंदा व पालक से बने गुलाल से रंगेंगे चेहरे

देश भर में हर्बल गुलाल की डिमांड बढ़ गयी है. इसलिए अलग-अलग कंपनियां और संस्थान हर्बल अबीर बनाने में जुटी हैं. झारखंड में भी बड़े पैमाने पर हर्बल गुलाल का उत्पादन किया गया है. खासकर पलामू जिला में. यहां 50 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है.

By Mithilesh Jha | April 16, 2024 12:25 PM
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Happy Holi Jharkhand: देश भर में हर्बल गुलाल की डिमांड बढ़ गयी है. इसलिए अलग-अलग कंपनियां और संस्थान हर्बल अबीर बनाने में जुटी हैं. झारखंड में भी बड़े पैमाने पर हर्बल गुलाल का उत्पादन किया गया है. खासकर पलामू जिला में. यहां 50 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है, जिससे डालटेनगंज समेत पलामू के अन्य प्रखंडों के लोग होली खेलेंगे. पलाश, गुलाब और गेंदा के फूल के साथ-साथ पालक से भी गुलाल बनाया गया है. स्वयंसहायता समूह की मदद से इस हर्बल अबीर का उत्पादन किया गया है, जिसकी बाजार में काफी डिमांड है. इसकी शुरुआत पिछले साल ही की गयी थी. उस वक्त इसके डिमांड को देखते हुए इस बार बड़े पैमाने पर उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था. इससे न केवल होली खेलने वालों के चेहरे को केमिकल के दुष्प्रभावों से बचाया जा सकेगा, बल्कि इसका उत्पादन करने वाली दीदियों की अच्छी-खासी कमाई भी हो जायेगी. कैसे बनता है हर्बल गुलाल, उसके बारे में जानने के लिए देखें यह वीडियो…

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