आठ साल से अधुरा है सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग पर संजय नदी का पुल
आठ साल से अधुरा है सरायकेला के संजय नदी में बन रहा उच्च स्तरीय पुल, एप्रोच रोड के अभाव में बेकार हो रही है सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग पर सात करोड से बना पुल सरायकेला खरसावां मुख्य सडक पर संजय नदी पर बन रहा उच्च स्तरीय पुल पिछले आठ साल से अधुरा पड़ा हुआ है.
आठ साल से अधुरा है सरायकेला के संजय नदी में बन रहा उच्च स्तरीय पुल, एप्रोच रोड के अभाव में बेकार हो रही है सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग पर सात करोड से बना पुल
सरायकेला खरसावां मुख्य सडक पर संजय नदी पर बन रहा उच्च स्तरीय पुल पिछले आठ साल से अधुरा पड़ा हुआ है. करीब सात करोड़ हकी लागत से पुल का निर्माण कार्य करीब पांच साल पहले ही पूर्ण हो चुका है, परंतु एप्रोच रोड नहीं बन पाने के कारण इसका उपयोग नहीं हो पा रही है. भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने के कारण पुल के एक छोर का पहुंच पथ अब तक नहीं बन सका है. यह मामला कई बार विस में उठा, कोई ठोस समाधान नहीं हो सका. फिलहाल सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग पर वाहनों का आवागमन संजय नदी पर करीब 30 साल पहले बने पुराने पुल पर हो रही है.
पुराने पुल की स्थिति भी ठीक-ठाक नहीं है. रोजोना इस सड़क से सैकड़ों भारी मालवाहक भारी वाहनों का आवागमन हो रहा है. पुराने पुल की ऊंचाई काफी कम रहने के कारण बारिश के दिनों में अक्सर डूब जाती है. बारिश के दिनों में संजय नदी का पुल डूबने से खरसावां व कुचाई प्रखंड का जिला मुख्यालय सरायकेला से संपर्क कट जाता है. नये पुल की ऊंचाई पुराने पुल के मुकाबले करीब दस फीट अधिक है. ऐसे में एप्रोच रोड बना कर नये पुल को चालू करने से आवागमन में सुविधा होगी. स्थानीय लोगों ने भी नये पुल का एप्रोच रोड़ बना कर इसे ठीक करने की मांग की है.