VIDEO: राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ 30 सालों का मौन व्रत तोड़ेंगी झारखंड की सरस्वती

शबरी की आस्था प्रभु श्रीराम को उनकी कुटिया तक ले आयी. ऐसी ही आस्था धनबाद के करमटांड़ निवासी 85 वर्षीय सरस्वती अग्रवाल की है, जिन्होंने 30 साल पहले अयोध्या में राम मंदिर बनने का संकल्प लेकर मौन व्रत शुरू किया.

By Mahima Singh | January 7, 2024 3:43 PM

30 साल बाद रामलला के चरणों में मौन व्रत तोड़ेंगी धनबाद की सरस्वती #ayodhyarammandir #rammandir

शबरी की आस्था प्रभु श्रीराम को उनकी कुटिया तक ले आयी. ऐसी ही आस्था धनबाद के करमटांड़ निवासी 85 वर्षीय सरस्वती अग्रवाल की है, जिन्होंने 30 साल पहले अयोध्या में राम मंदिर बनने का संकल्प लेकर मौन व्रत शुरू किया. 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन ‘राम, सीताराम’ शब्द इनका मौन व्रत टूटेगा. प्रभु राम के चरणों में अपना जीवन समर्पित करने वाली सरस्वती अग्रवाल का अधिकतर समय अयोध्या में ही बीतता है. वे बेहद खुश हैं और लिख कर बताती हैं, ‘मेरा जीवन धन्य हो गया. रामलला ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए बुलाया है. मेरी तपस्या, साधना सफल हुई. 30 साल के बाद मेरा मौन ‘राम नाम’ के साथ टूटेगा. ’बता दें कि दिसंबर 2021 के अंतिम सप्ताह में ही सरस्वती अग्रवाल को श्रीराम मंदिर, अयोध्या से प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण आया है. निमंत्रण मिलने से इनका पूरा परिवार खुश है. आठ जनवरी को इनके भाई इन्हें अयोध्या लेकर जायेंगे. परिवार के किसी अन्य सदस्य को समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं है. राम जन्मभूमि न्यास और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास के शिष्य मनीष दास व शशि दास अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर सरस्वती अग्रवाल की अगवानी करेंगे. रेलवे स्टेशन से वे सीधे स्वामी जी के आश्रम पत्थर मंदिर छोटी छावनी जायेंगी. वहां इनके लिए कमरा बना हुआ है, जहां ये चार महीने रहेंगी.

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