सुल्तानगंज से देवघर तक कांवरियों का रेला, सावन की पहली सोमवारी पर भक्तों ने किया बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक
बाबा के भक्तों को स्पर्श पूजा की मनाही है. मंदिर में प्रवेश भी नहीं मिल रहा है. सिर्फ अरघा में जल अर्पण करने की व्यवस्था है. बावजूद इसके, भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं है. बोल बम, बोल बम, हर-हर महादेव, जय शिव शंकर का घोष करते हुए बाबा के भक्त देवघर पहुंच रहे हैं.
बिहार के सुल्तानगंज से झारखंड के देवघर तक कांवरियों का रेला लगा है. कांवरिया पथ गेरुआ वस्त्र पहने कांवरियों से पटा है. बाबा भोलेनाथ के भक्त लगातार दुम्मा गेट से झारखंड की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं और बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक कर रहे हैं. हालांकि, बाबा के भक्तों को स्पर्श पूजा की मनाही है. मंदिर में प्रवेश भी नहीं मिल रहा है. सिर्फ अरघा में जल अर्पण करने की व्यवस्था है. बावजूद इसके, भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं है. बोल बम, बोल बम, हर-हर महादेव, जय शिव शंकर का घोष करते हुए बाबा के भक्त देवघर पहुंच रहे हैं. कांवरियों एवं भक्तों को मंदिर में किसी तरह की परेशानी न हो, इसमें प्रशासनिक अधिकारी जुटे हुए हैं. भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में नौवें बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में स्थापित शिवलिंग को मनोकामना लिंग भी कहते हैं. यह विश्व का एकमात्र ज्योतिर्लिंग है, जहां शिव के साथ साक्षात शक्ति (मां पार्वती) विराजमान हैं. इसलिए देवघर के बाबा की महिमा अपरंपार है. पहली सोमवारी पर बाबा मंदिर में क्या-क्या हुआ, आप भी देखें इस वीडियो में.