Lok Sabha Chunav 2024: दुमका के भवरपाथर गांव के मतदाताओं में आक्रोश, बोले- रोड नहीं तो वोट नहीं

दुमका के एक गांव के लोगों ने लोकसभा चुनाव 2024 में वोट नहीं करने का ऐलान कर दिया है. 200 लोगों ने कहा है कि सड़क नहीं बनेगी, तो वोट नहीं देंगे.

By Mithilesh Jha | April 27, 2024 4:34 PM
दुमका: सड़क की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने "रोड नहीं तो वोट नहीं" का लगाया नारा |  Prabhat Khabar

काठीकुंड (दुमका), अभिषेक कुमार : दुमका जिले के काठीकुंड प्रखंड के भवरपाथरवासी गांव के लोगों ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपनी आवाज बुलंद कर दी है. साफ कह दिया है कि अगर गांव में सड़क नहीं बनेगी, तो वोट नहीं देंगे. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं होने के कारण बारिश के मौसम में गांव से निकलना दूभर हो जाता है. दशकों से इस दर्द को झेल रहे हैं. अब और नहीं झेलेंगे. दुमका जिले के काठीकुंड प्रखंड अंतर्गत पिपरा पंचायत के यह गांव है. गांव में भुइया घटवाल और आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं. 45 से ज्यादा परिवार वाले इस गांव के लोग वर्षों से पक्की सड़क को तरस रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा है कि वर्षों तक मतदान का अपना कर्तव्य हमने निभाया है. लेकिन, चुनाव जीतने वालों ने अब तक हमें कुछ नहीं दिया. हम मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. गांव एक ओर झिलीमिली मुख्य पथ से जुड़ती है, तो दूसरी ओर फिटकोरिया गांव से. कच्ची सड़क की लंबाई लगभग 3 किलोमीटर है. जब तक इसे पक्की सड़क में तब्दील नहीं किया जाएगा, हमलोग वोट नहीं करेंगे. ग्रामीणों ने इसका ऐलान कर दिया है. उनका कहना है कि सड़क नहीं होने के कारण कई परेशानियां होती हैं. गंभीर रूप से बीमार मरीज और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. एंबुलेंस को गांव तक आने में काफी मुश्किल हो जाती है. बारिश के मौसम में तो सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है. स्कूल जाने वाले बच्चे गिरते-पड़ते आना-जाना करते हैं. यही वजह है कि ग्रामीणों में आक्रोश है. उन्होंने अपने आक्रोश का इजहार भी कर दिया है. कहा है कि इस बार इस गांव के 200 मतदाता वोटिंग से दूर रहेंगे. इस वीडियो में देखें ग्रामीणों का आक्रोश.

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