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लुगु बुरु का इतिहास: हर संताली क्यों आना चाहता है लुगु बुरु घंटा बाड़ी?

Lugu Buru Ghanta Bari: संतालियों का कोई लिखित संविधान नहीं है, गीत-संगीत में जो बातें कहीं गयीं हैं, उसके आधार पर दुनिया भर से संताल जनजाति के लोग यहां आते हैं. लुगु बाबा के आगे शीश नवाते हैं. उनके अवशेषों के दर्शन करके खुद को धन्य महसूस करते हैं. लुगु बुरु घंटाबाड़ी का इतिहास 4 हजार साल पुराना है.

By Mithilesh Jha | November 9, 2022 5:47 PM

लुगु बुरु का इतिहास: हर संताली क्यों आना चाहता है लुगु बुरु घंटाबाड़ी?

Lugu Buru Ghanta Bari: दुनिया भर में बसे संताल जनजाति के लोगों का सबसे बड़ा धर्मस्थल झारखंड में है. राजधानी रांची से करीब 120 किलोमीटर दूर बेरमो अनुमंडल के गोमिया प्रखंड अंतर्गत ललपनिया में लुगु बुरु घंटाबाड़ी है. संतालियों के सारे रीति-रिवाज यहां बने थे. लुगु बाबा ने संतालियों के संविधान की रचना की थी. हालांकि, संतालियों का कोई लिखित संविधान नहीं है, लेकिन गीत-संगीत में जो बातें कहीं गयीं हैं, उसके आधार पर दुनिया भर से संताल जनजाति के लोग यहां आते हैं और लुगु बाबा के आगे शीश नवाते हैं. उनके अवशेषों के दर्शन करके खुद को धन्य महसूस करते हैं. बताते हैं कि लुगु बुरु घंटाबाड़ी का इतिहास करीब 4 हजार साल पुराना है. संताल जनजाति में जन्मे हर शख्स की इच्छा होती है कि वह कम से कम एक बार लुगु बुरु घंटाबाड़ी जरूर पहुंचे. इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में खुद मुख्यमंत्री शामिल होते हैं. वर्ष 2018 में रघुवर दास की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लुगु बुरु घंटाबाड़ी के आयोजन को राजकीय मेला का दर्जा दिया था. इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल की गठबंधन सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन ने कार्यक्रम को संबोधित किया. आईए, आज हम (प्रभात खबर, prabhatkhabar.com) आपको ले चलते हैं लुगु बुरु घंटाबाड़ी और बताते हैं कि क्या है यहां का इतिहास. मेला का नजारा भी देखिए.

Jharkhand is the largest shrine for the people of Santal tribe settled all over the world. Lugu Buru Ghantabari is in Lalpania under Gomia block of Bermo subdivision, about 120 km from the capital Ranchi. All the customs of Santalis were made here. Lugu Baba had composed the constitution of Santalis. Although there is no written constitution of Santalis, but on the basis of what is said in the song and music, people of Santal tribe from all over the world come here and bow their heads in front of Lugu Baba. I feel blessed to see his remains. It is said that the history of Lugu Buru Ghantabari is about 4 thousand years old. Every person born in Santal tribe wishes that he must visit Lugu Buru Ghantabari at least once. The Chief Minister himself is involved in this international event. In the year 2018, the Bharatiya Janata Party government led by Raghuvar Das gave the status of a state fair to the event of Lugu Buru Ghantabari. This time Hemant Soren, the head of the Jharkhand Mukti Morcha-Congress-Rashtriya Janata Dal coalition government, addressed the program. Come, today we (prabhatkhabar, prabhatkhabar.com) take you to Lugu Buru Ghantabari and tell what is the history of this place. See also the view of the fair.

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