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Mahashivratri 2021 पर महादेव को प्रसन्न करने के लिए से ऐसे जपें ये खास आरती, जानें पूजा का शुभ समय

Mahashivratri Aarti Time, Video, Lyrics, Song In Hindi, Download, Om Jai Shiv Omkara Lyrics: आज महाशिवरात्रि पर ॐ जय शिव ओंकारा, भगवान शिव की सबसे प्रसिद्ध आरती गाकर उन्हें आप प्रसन्न कर सकते हैं. इस आरती को भगवान शिव के लगभ सभी पूजा-पाठ में गाया जाता है. ऐसी मान्यता है इस आरती से भगवान प्रसन्न होते हैं. ऐसे में विधि विधान से पूजा पाठ करके आप भी दीपक दिखाकर भगवान शिव से मनोकामनाएं मांग सकते हैं....

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2021 8:06 AM

Om Jai Shiv Omkara | Lord Shiva Aarti | ANURADHA PAUDWAL | Aarti | Full Audio

Mahashivratri Aarti Time, Video, Lyrics, Song In Hindi, Download, Om Jai Shiv Omkara Lyrics: आज महाशिवरात्रि पर ॐ जय शिव ओंकारा, भगवान शिव की सबसे प्रसिद्ध आरती गाकर उन्हें आप प्रसन्न कर सकते हैं. इस आरती को भगवान शिव के लगभ सभी पूजा-पाठ में गाया जाता है. ऐसी मान्यता है इस आरती से भगवान प्रसन्न होते हैं. ऐसे में विधि विधान से पूजा पाठ करके आप भी दीपक दिखाकर भगवान शिव से मनोकामनाएं मांग सकते हैं….

शिवजी की आरती

ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा.

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

एकानन चतुराननपञ्चानन राजे.

हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति सोहे.

त्रिगुण रूप निरखतेत्रिभुवन जन मोहे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

अक्षमाला वनमालामुण्डमाला धारी.

त्रिपुरारी कंसारीकर माला धारी॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

श्वेताम्बर पीताम्बरबाघम्बर अंगे.

सनकादिक गरुणादिकभूतादिक संगे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

कर के मध्य कमण्डलुचक्र त्रिशूलधारी.

सुखकारी दुखहारीजगपालन कारी॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिवजानत अविवेका.

मधु-कैटभ दो‌उ मारे,सुर भयहीन करे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

लक्ष्मी व सावित्रीपार्वती संगा.

पार्वती अर्द्धांगी,शिवलहरी गंगा॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

पर्वत सोहैं पार्वती,शंकर कैलासा.

भांग धतूर का भोजन,भस्मी में वासा॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

जटा में गंग बहत है,गल मुण्डन माला.

शेष नाग लिपटावत,ओढ़त मृगछाला॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

काशी में विराजे विश्वनाथ,नन्दी ब्रह्मचारी.

नित उठ दर्शन पावत,महिमा अति भारी॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

त्रिगुणस्वामी जी की आरतिजो कोइ नर गावे.

कहत शिवानन्द स्वामी,मनवान्छित फल पावे॥

ॐ जय शिव ओंकारा॥

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