स्थायीकरण की मांग के साथ तीन दिनों तक पैदल मार्च करते हुए मनरेगा कर्मी राजभवन में धरना देने पहुंचे. मनरेगा कर्मियों का कहना है कि जब हेमंत सोरेन की सरकार नहीं थी तभी उन्होंने हमसे वादा किया था कि सरकार बनते साथ सबसे पहले मनरेगा कर्मियों को स्थायी करेंगे. लेकिन सरकार बने लंबा समय बीत गया. अबतक सरकार ने स्थायीकरण की हमारी मांग पर कोई भी पहल नहीं की है.
While marching on foot for three days with the demand of regularization, MNREGA workers reached the Raj Bhavan to protest. MNREGA workers say that when Hemant Soren’s government was not there, he had promised us that with the formation of the government, he would first make MNREGA workers permanent. But a long time has passed since the formation of the government. Till now the government has not taken any initiative on our demand for permanentisation.