Modi 3.0 : बिहार से बढ़ा मंत्रियों का कोटा, समझिए कैसे जातीय समीकरण को किया गया बैलेंस
बिहार में इस बार मोदी कैबिनेट में मंत्रियों का कोटा बढ़ा है. 6 की जगह इस बार मोदी मंत्रिमंडल में 8 लोगों को जगह दी गइ है. वहीं, जातीय समीकरण को भी साधने की कोशिश हुइ है.
पीएम मोदी ने तीसरी बार शपथ ग्रहण कर लिया है. इसके साथ ही उनके कैबिनेट में शामिल 72 मंत्रियों ने भी उनके साथ शपथ ग्रहण किया है. इस शपथ ग्रहण समारोह में एक ओर जहां यूपी की धाक देखने को मिली, वहीं दूसरी तरफ मोदी 3.0 कैबिनेट में बिहार का भी उंचा कद देखने को मिला. 6 से बढ़कर बिहार में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 8 हो गइ है. वहीं, इस बार जातीय समीकरण को भी साधने का पूरा प्रयास किया गया है. मोदी सरकार 3.O में बिहार से आठ मंत्री बनाए गए हैं, जिसमें 4 कैबिनेट और चार केंद्रीय राज्यमंत्री पद की शपथ ली है. बीजेपी कोटे से 4 मंत्री बने हैं, तो 4 मंत्री पद सहयोगी दलों के हिस्से में गए हैं. जेडीयू से दो, एलजेपी (आर) से एक और हम पार्टी के के जीतनराम मांझी को मंत्री बनाया गया है. बीजेपी के नेता गिरिराज सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, वहीं नित्यानंद राय दूसरी बार राज्य मंत्री बने हैं. कैबिनेट में नए चेहरे के तौर पर राज भूषण चौधरी और सतीश चंद्र दुबे को शामिल किया गया है. दोनों ही बीजेपी नेता राज्यमंत्री पद की शपथ ली है. जेडीयू कोटे से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह कैबिनेट मंत्री बने और रामनाथ ठाकुर ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली है. एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने हैं.