जुमलाजीवी, तानाशाही और नौटंकी जैसे कई शब्द असंसदीय, सदन में इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे नेता
सदन की कार्रवाई में आपने कई बार सुना होगा, महोदय संसद की मर्यादा भंग नहीं होनी चाहिए. इस शब्द को कार्रवाई से निकाल देना चाहिए. सदन में पक्ष और विपक्ष की तकरार कई बार भाषा की मर्यादा तोड़ देती है.
सदन की कार्रवाई में आपने कई बार सुना होगा, महोदय संसद की मर्यादा भंग नहीं होनी चाहिए. इस शब्द को कार्रवाई से निकाल देना चाहिए.
सदन में पक्ष और विपक्ष की तकरार कई बार भाषा की मर्यादा तोड़ देती है. अब संसद में असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल ना हो इसके लिए शब्दों की एक सूची तैयार की गयी है जिसमें संसद के सत्रों के दौरान राज्यसभा या लोकसभा के सदस्य जुमलाजीवि, तानाशाही, नौटंकी और लॉलीपॉप जैसे शब्द नहीं बोल पाएंगे.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सदस्य अब चर्चा में हिस्सा लेते हुए जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चांडाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिठ्ठू जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.
ऐसे शब्दों के प्रयोग को अमर्यादित आचरण माना जायेगा और वे सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होंगे. लोकसभा सचिवालय ने असंसदीय शब्द 2021 शीर्षक के तहत ऐसे शब्दों एवं वाक्यों का नया संकलन तैयार किया है, जिन्हें ‘असंसदीय अभिव्यक्ति’ की श्रेणी में रखा गया है. संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले सदस्यों के उपयोग के लिए जारी किये गए इस संकलन में ऐसे शब्द या वाक्यों को शामिल किया गया है, जिन्हें लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानमंडलों में वर्ष 2021 में असंसदीय घोषित किया गया था.