झारखंड के 4 लाख राशन कार्डधारियों के नाम लाभुकों की सूची से कट जाएगा, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. दरअसल सरकार के नये नियम के मुताबिक अगर आपने लंबे समय से राशनकार्ड से राशन का उठाव नहीं किया है तो आपका नाम इस सूची से कट जाएगा. यानी कि आपको हर हाल में हर महीने राशन का उठाव करना जरूरी है.
इसके अलावा इस सूची में 200 क्विंटल तक धान बिक्री करने वाले लोगों के नाम भी शामिल है. इस बात का खुलासा खुद रामेश्वर उरांव ने किया है. उन्होंने कहा कि विभागीय जांच के दौरान ये बात सामने आयी कि राज्य के 65 हजार लोग ऐसे हैं जो कि 200 क्विंटल से ज्यादा धान की बिक्री करते हैं. विभाग ऐसे लोगों का नाम सूची से हटाने की प्रक्रिया में जुट गया है.
बता दें कि सरकार बनने के तुरंत बाद इसकी प्रक्रिया शुरू होने वाली थी लेकिन कोरोना की वजह से इसे टाल दिया गया. दूसरी तरफ जैसे ही जनवितरण प्रणाली दुकानदार संघ को इसकी जानकारी मिली उन्होंने सरकार के इस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया. उनका कहना है कि बहुत से लोगों को सरकार के इस नये नियम के बारे में पता नहीं है. ऐसे में अगर उन्हें किसी माह राशन की जरूरत नहीं पड़ती है तो वे राशन का उठाव नहीं करते हैं. ऐसी स्थिति में लाखों राशनकार्ड धारकों का बड़ा नुकसान होगा.
हालांकि सरकार का इस मामले पर कहना है कि ये कदम योजना को पारदर्शी बनाने व कालाबजारी रोकने के लिए बनाया गया है. सरकार का ये भी कहना है कि ये जानकारी पहुंचाने की जिम्मेदारी पीडीएस दुकानदारों को दी गई है. खासकर के ग्रामीण तबके में इस बात की जानकारी देना ज्यादा जरूरी है.