हाथ में एके 47 और घोड़े पर सवार होकर घूमने वाले नक्सली संदीप यादव की मौत हो गयी. 27 सालों से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी लेकिन अबतक पुलिस उसे नहीं पकड़ सकी. बिहार सरकार ने इसके ऊपर पांच लाख का और झारखंड ने 25 लाख रुपये का इनाम रखा था.
पुलिस की फाइल में नक्सलियों का शीर्ष नेता संदीप यादव 27 सालों से फरार था. झारखंड-बिहार सहित 5 राज्यों में आतंक का पर्याय माओवादी कमांडर संदीप यादव नक्सलियों के बीच बड़े साहब के नाम से जाना जाता था.
संदीप के नाम का आंतक इतना था कि कई लोग उसके नाम का इस्तेमाल करके वसूली करते थे. संदीप ने घुड़सवार दस्ता तैयार किया था,. घोड़े पर बैठकर AK-47 लेकर चलता था. ऐसी कई कहानियां उसके नाम के साथ प्रचलित थी जो उसे और फेमस बनाती थी.