दो लाख के इनामी पीएलएफआइ उग्रवादी अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा उर्फ बिहारी को एसटीएफ व एटीएस की टीम ने बुधवार को उसके गांव से गिरफ्तार किया. वह बिहार के नालंदा जिले के चिकसौरा बाजार का रहनेवाला है. अवधेश को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का दाहिना हाथ माना जाता है. पुलिस उससे गुप्त स्थानों पर पूछताछ कर रही है. पुलिस के वरीय अधिकारी ने मौखिक रूप से उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
आधिकारिक तौर पर इसका खुलासा नहीं किया है. अवधेश को पकड़ने के लिए डीजीपी नीरज सिन्हा ने टीम का गठन किया था. इसके बाद एसटीएफ और एटीएस की टीम ने पिछले कुछ दिनों से आइजी अभियान एवी होमकर के निर्देश पर उसके खिलाफ अभियान शुरू किया था. वह दिनेश गोप के इशारे पर ही झारखंड के व्यवसायी, कोयला कारोबारी, जमीन कारोबारी और ठेकेदारों (ह्वाट्सएेप व वीडियो कॉल कर) से लेवी मांगता था.
उसके खिलाफ चाईबासा, खूंटी, गुमला, हजारीबाग धनबाद, चतरा, रामगढ़ और रांची जिला में 40 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं. वह अब तक सौ से अधिक व्यवसायी और ठेकेदारों से लेवी मांग चुका है. रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र निवासी दो व्यवसायी से भी उसने लेवी मांगी थी. लेवी नहीं देने पर उसने एक व्यवसायी के घर के बाहर फायरिंग भी करवायी थी.
अवधेश के परिवार के एक सदस्य की हत्या कुछ वर्ष पूर्व कर दी गयी थी. इसके बाद वह नालंदा छोड़कर झारखंड आ गया और दिनेश गोप को हथियार और अन्य सामान की आपूर्ति करने लगा. कुछ ही दिनों में वह दिनेश गोप का विश्वास जीतकर उसका खास सहयोगी बन गया. अवधेश ने बड़े पैमाने पर दिनेश गोप के नाम पर लेवी की वसूली की थी. पैसे की लेनदेन को लेकर उसका दिनेश से विवाद हो गया था. इस कारण वह झारखंड छोड़कर कुछ माह पहले बिहार चला गया था.