NEET Paper Leak नीट-यूजी-2024 प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच के लिए बुधवार को सीबीआइ की टीम की पटना से लेकर हजारीबाग तक चहल कदमी रही. सीबीआई को पटना स्थित एक विशेष अदालत ने बुधवार को नीट 2024 के प्रश्न पत्र लीक मामले में जेल में बंद दो अभियुक्तों को एक सप्ताह के पुलिस रिमांड पर पूछताछ के लिए सौंपने का आदेश दिया. वहीं सीबीआई की टीम झारखंड में हजारीबाग में ओएसिस स्कूल के प्राचार्य सह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के सिटी को-ऑर्डिनेटर डॉ एहसानुल हक को अपने साथ चरही स्थित सीसीएल के गेस्ट हाउस ले गयी, जहां उनसे पूछताछ की गयी. सूत्रों का कहना है कि सीबीआई की टीम आज रात में संभवत: उन्हें पटना ले आ सकती है. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि पटना में रिमांड पर मिले दोनों अभियुक्तों और डॉ एहसानुल हक को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की जायेगी. बुधवार को डॉ एहसानुल हक से पूछताछ से पहले सीबीआइ की 12 सदस्यीय टीम तीन वाहनों से हजारीबाग पहुंची थी. टीम बारी-बारी से एसबीआइ शाखा, ब्लू डार्ट कुरियर के ऑफिस और ओएसिस स्कूल पहुंची. टीम ने यहां करीब चार घंटे तक जांच-पड़ताल की.
हजारीबाग पहुंचने के बाद सीबीआइ की टीम सबसे पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में गयी. यहां टीम ने तीन मई को ब्लू डॉर्ट कुरियर से नीट प्रश्न पत्र की पेटी मिलने, पेटी पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किये गये वाहन, समय और अन्य जानकारियां हासिल की. टीम ने बैंक शाखा में लगे सीसीटीवी कैमरों के अलावा उस लॉकर को देखा, जिसमें प्रश्न-पत्र की पेटी रखी गयी थी. यह भी जाना कि तीन से पांच मई की सुबह तक कौन-कौन अधिकारी और कर्मी लॉकर रूम में आये थे. टीम ने बैंक के सुरक्षा उपायों और प्रावधानों की भी पड़ताल की. पांच मई की सुबह लॉकर से प्रश्न-पत्र की पेटी निकाले जाने और हजारीबाग शहर के पांच परीक्षा केंद्रों के निरीक्षकों व पांच ऑब्जर्वरों द्वारा प्रश्न-पत्र पेटी प्राप्त करने के संबंध में भी पूछताछ की. बैंक से पूरी जानकारी लेने के बाद सीबीआइ की टीम बुधवार दोपहर में ओएसिस स्कूल पहुंची. यहां टीम ने एनटीए के सिटी को-ऑर्डिनेटर सह ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉ एहसानुल हक से पांच परीक्षा केंद्रों में नीट परीक्षा के संचालन को लेकर पूछताछ की. साथ ही यह भी जानना चाहा कि पांच मई को एसबीआइ से प्रश्न-पत्र की पेटी प्राप्त करने के दौरान ऑब्जर्वर व अन्य अधिकारियों ने किन-किन नियमों का पालन किया और प्रश्न-पत्रों की पेटी परीक्षा केंद्रों तक किस तरह लायी गयी?
टीम ने ऑब्जर्वर, शिक्षक और उन अन्य लोगों से भी पूछताछ की, जो पांच मई को स्कूल के कंट्रोल रूम में प्रश्न-पत्र की पेटी खोले जाने के दौरान वहां मौजूद थे. टीम ने प्रश्न-पत्र की पेटी खोलने, प्रश्न-पत्र का सील पैकेट क्लास रूम तक ले जाने, परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र देने समेत सभी बिंदुओं पर जांच की. टीम ने पटना में जो अधजला प्रश्न-पत्र मिला था, उसकी मूल कॉपी से संबंधित परीक्षार्थी की जानकारी ली. सीबीआइ के अधिकारी ओरिया स्थित ब्लू डार्ट कुरियर के कार्यालय पहुंचे, हालांकि वह बंद मिला.