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अरब देशों में अकेला पड़ा आतंकवाद पर पाकिस्तान का समर्थक कतर, चार देशों के राजनयिक रिश्ते तोड़ने को कतर ने ‘अन्यायपूर्ण’ फैसला बता

दुबई/रियाद : आतंकवाद को बढ़ावा देने के कारण सऊदी अरब, बहरीन, सऊदी अरब अमीरात और मिस्र ने कतर के साथ अपने राजनयिक रिश्ते तोड़ लिये हैं. अरब देशों के गंठबंधन से भी कतर को निकाल दिया गया है. सोमवार तड़के बहरीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वह कतर की राजधानी […]

दुबई/रियाद : आतंकवाद को बढ़ावा देने के कारण सऊदी अरब, बहरीन, सऊदी अरब अमीरात और मिस्र ने कतर के साथ अपने राजनयिक रिश्ते तोड़ लिये हैं. अरब देशों के गंठबंधन से भी कतर को निकाल दिया गया है. सोमवार तड़के बहरीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वह कतर की राजधानी दोहा से 48 घंटे के अंदर अपने राजनयिक मिशन को वापस बुला रहा है. इसी अवधि में कतर के सभी राजनयिकों को बहरीन छोड़ देना चाहिए.

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मंत्रालय ने बयान में कहा है कि कतर के सभी नागरिक दो हफ्तों में बहरीन छोड़ दें और दोनों के बीच हवाई और समुद्री यातायात बाधित रहेगा. तीन खाड़ी देशों और मिस्र द्वारा अपने साथ रिश्ते तोड़ने के फैसले की आलोचना करते हुए कतर ने कहा कि यह ‘अन्यायपूर्ण’ है. इसका उद्देश्य दोहा को ‘राजनीतिक संरक्षणवाद’ के तहत लाना है.

कतर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में सऊदी अरब, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के अप्रत्याशित कदम का संदर्भ देते हुए कहा, ‘यह कदम अन्यायपूर्ण हैं और झूठे तथा बेबुनियाद दावों पर आधारित हैं. इसका उद्देश्य साफ है, यह देश पर संरक्षणवाद थोपने के लिए है. यह कतर की एक देश के तौर पर संप्रभुता का उल्लंघन है.’

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बहरीन ने अपने फैसले के लिए कतर की मीडिया उत्तेजना, आतंकी गतिविधियों को समर्थन, बहरीन में अफरा-तफरी फैलाने और तोड़फोड़ करने के लिए ईरानी समूहों से संबंधित वित्तपोषण आदि को जिम्मेदार ठहराया है. मिस्र ने कहा है कि कतर आतंकवाद का समर्थन कर रहा है, जबकि सऊदी अरब अमीरात ने कहा है कि यह देश ‘क्षेत्र में सुरक्षा को अस्थिर’ कर रहा है.

गौरतलब है कि कतर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात ने सोमवार को यह घोषणा की है कि वे इस खाड़ी देश के साथ अपने राजनयिक रिश्ते खत्म कर रहे हैं.

सऊदी की समाचार एजेंसी एसपीए ने कहा कि रियाद ‘आतंकवाद और चरमपंथ के खतरों से अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की हिफाजत करने के लिए’ अपने पड़ोसी के साथ अपने राजनयिक रिश्ते खत्म करता है और उसके साथ लगनेवाली अपनी सीमाएं बंद करता है.

एसपीए ने एक सऊदी अधिकारी के हवाले से कहा कि देश ने ‘कतर के साथ राजनयिक और दूतावास संबंधी रिश्ते खत्म करने और सभी जमीनी, समुद्री एवं हवाई रास्तों को बंद करने का फैसला किया है.’ सऊदी के बयान में कहा गया कि यह ‘निर्णायक’ कदम ‘बीते वर्षों में कतर में मौजूद अधिकारियों द्वारा किये गये भारी उल्लंघनों के कारण उठाया गया है.’ संयुक्त अरब अमीरात ने भी संबंध खत्म करने की घोषणा कर दी.

मिस्र के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान के जरिये कतर के साथ संबंध खत्म करने की घोषणा की और दोहा पर ‘आतंकवाद’ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. बयान में कहा गया कि कतर के पोतों के लिए मिस्र के सभी पत्तन और हवाईअड्डे बंद रहेंगे.

बहरीन की समाचार एजेंसी ने कहा, ‘बहरीन की सुरक्षा और स्थिरता को हिलाने और उसके मामलों में दखल देने’ पर दोहा की ओर से दिये जानेवाले जोर के चलते वह कतर के साथ संबंध खत्म कर रहा है. यमन के दो साल के युद्ध में सऊदी के नेतृत्ववाले अरब गंठबंधन ने भी कहा कि उसने कतर को निकाल दिया है.

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