मोदी के कोविंद कार्ड के बाद विपक्ष अपने उम्मीदवार के साथ एनडीए उम्मीदवार के नाम पर भी करेगा विचार

नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी द्वारा बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद विपक्षी पार्टियों व भाजपा की सहयोगी शिवसेना कीबेहदसंतुलित प्रतिक्रिया आ रही है. जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के सवाल पर कहा है कि विपक्ष की बैठक होगी, उसमें नाम पर विचार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2017 4:04 PM

नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी द्वारा बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद विपक्षी पार्टियों व भाजपा की सहयोगी शिवसेना कीबेहदसंतुलित प्रतिक्रिया आ रही है. जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के सवाल पर कहा है कि विपक्ष की बैठक होगी, उसमें नाम पर विचार करेंगे, एनडीए ने नाम की घोषणा की है, उस पर भीबात करेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर तीन मुख्यमंत्रियों से बात की है, जिनकी भूमिका कोविंद के जीत में मुख्य विपक्ष की नाखुशी के बावजूद अहम साबित हो सकती है. इनमें बिहार के सीएम व जदयू चीफ नीतीश कुमार, टीडीपी चीफ व आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री इ पलानीस्वामीशामिल हैं. इनमें चंद्राबाबू नायडू ने एनडीए उम्मीदवार के रूप में कोविंद के नाम का समर्थन किया है.

इधर, नीतीश कुमार ने कोविंद की उम्मीदवारी की घोषणा के साथ पटना में राजभवन जाकर उनसे मुलाकात की. मुलाकात के बाद नीतीश ने कहा कि मुझे उनकी उम्मीदवार पर खुशी है और वे हमारे राज्यपाल हैं, इसलिए उनकी उम्मीदवार पर अपना सम्मान प्रकट करने उनसे मैं मिला. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और लालू यादव से भी उनकी बात हुई है. सत्ताधारी उम्मीदवार के प्रति नीतीश कुमार के इस व्यवहार के मायने तलाशे जा रहे हैं.

उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि भाजपा ने एकतरफा फैसला किया है. उसने हमसे इस मुद्दे पर कोई विमर्श नहीं किया.आजाद ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति नहीं बनायी गयी.कांग्रेस के आरंभिक तेवर से लग रहा है कि वह राष्ट्रपति चुनाव में अपना उम्मीदवार दे सकती है. भाजपा के दलित कार्ड का विकल्प कांग्रेस की कद्दावर दलित नेता व पूर्व लाेकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार हो सकती हैं.

उधर, माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि 22 जून को शाम साढ़े चार बजे विपक्ष की बैठक में उम्मीदवार के नाम पर चर्चा होगी. कोविंद की उम्मीदवारी पर कुछ विपक्षी दलों के नरम रुख के मद्देनजर उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विपक्ष को उम्मीदवार देना चाहिए. उन्होंने कहा कि नीलम संजीव रेड्डी के निर्वाचल के समय को छोड़कर सारे राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से उम्मीदवार रहे हैं.

उधर, तेलंगाना के सीएम और टीआरसी के चीफ केसी राव ने भाजपा उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति के रूप में समर्थन का एलान किया है. वहीं, एनडीए के घटक दल लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा है कि रामनाथ कोविंद के नाम का सबको समर्थन करना चाहिए, जो नहीं करेंगे वे दलित विरोधी समझे जायेंगे. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी को समर्थन करने के मुद्दे पर उनकी पार्टी अगले कुछ दिनों में फैसला लेगी.

इस सब के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि रामनाथ कोविंद असाधारण राष्ट्रपति साबित होंगे और वे गरीबों, दबायेगये व हाशिये पर के लोगों के लिए एक मजबूत आवाज साबित होते रहेंगे. बहरहाल, 22 जून को विपक्ष की बैठक तय होगी, जिसमें उसके पास यह विकल्प होगा कि वह एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को ध्यान में रखते हुए अपने उम्मीदवार का नाम तय करे या सत्ताधारी गंठबंधन के उम्मीदवार को ही समर्थन दे.

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