येरुशलम : बुधवार को यानी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीइस्राइलयात्रा का दूसरा दिन है. आज पीएम मोदी अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. जब से पीएम नरेंद्र मोदी ने इस्राइलकी धरती पर कदम रखा है तबसे उनकी औऱइस्राइलके पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच की दोस्ती लगातार नये परवान चढ़ रही है. बीती रात दोनों ने साझा बयान में आतंकवाद के मुद्दे पर पर मिलकर लड़ने की बात कही. लेकिन इस बयान में सबसे ज्यादा ध्यान बेंजामिन नेतन्याहू के उस बयान ने खींचा जिसमें उन्होंने पीएम मोदी के योग के पहल की जमकर तारीफ की.
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साझा बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती रात कहा कि जो लोग मानवता और सभ्यता के मूल्यों में विश्वास रखते हैं उन्हें एकजुट होकर आगे आना चाहिए और इनका किसी भी कीमत पर बचाव करना चाहिए. उन्होंने दुनियाभर में महामारी की तरह फैली आतंकवाद, कट्टरपंथ और हिंसा की बुराईयों का दृढ संकल्प के साथ विरोध करने का आह्वान किया. अपने इस्राइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मिलकर जारी किये गये प्रेस वक्तव्य में मोदी ने कहा, कि येद वाशेम स्मारक, यह कई पीढि़यां पहले ढहाए गए कहर की याद दिलाता है. येद वाशेम स्मारक संग्रहालय में पुष्पांजलि अपर्ति कर मोदी ने नाजी जर्मनी द्वारा मार दिए गए 60 लाख यहूदियों को श्रद्धांजलि अपर्ति की और कहा कि यह स्मारक ‘ ‘ त्रासदी की गहराईयों से उपर उठने, नफरत को पराजित करने और एक उर्जावान लोकतांत्रिक देश के निर्माण के लिए आगे बढने के लिए आपकी अटूट इच्छाशक्ति ‘ ‘ के सम्मान का प्रतीक है.
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उन्होंने कहा कि येद वाशेम हमें बताता है कि जो लोग मानवीयता और सभ्यता के मूल्यों में विश्वास रखते हैं उन्हें साथ आना चाहिए और इन्हें किसी भी कीमत पर बचाना चाहिए. इसके साथ ही हमारे समय में महामारी बन चुकी आतंकवाद, कट्टरपंथ और हिंसा की बुराईयों का पक्का इरादा करके विरोध करना चाहिए.’ ‘ नेतन्याहू ने कहा कि आतंकवाद की बुराई से निबटने के लिए दोनों देशों को मिलकर खडा होना होगा. भारत और इस्राइल को ‘सिस्टर डेमोक्रसी ‘ बताते हुए उन्होंने कहा कि ‘ ‘हम साथ मिलकर महान काम कर सकते हैं. ‘ ‘ मोदी ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच जो संबंध है वह हजारों वर्ष पुराने हैं जब यहूदी पहली बार भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर उतरे थे. तब से यहूदी, उनकी परंपराएं और रीति रिवाज भारत में फले-फूले और समृद्ध हुए हैं.
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उन्होंने कहा, ‘ ‘हमें भारत के यहूदी बेटों और बेटियों पर गर्व हैं जैसे कि लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब, वाइस एडमिरल बेंजामिन सेमसन, प्रसिद्ध वास्तुकार जोशुआ बेंजामिन और फिल्मी कलाकार जैसे नादिरा, सुलोचना और प्रमिला. इन लोगों के विविध योगदान ने भारतीय समाज के तानेबाने को और समृद्ध किया है. ‘ ‘ उन्होंने कहा कि भारतीय यहूदी इस साझा इतिहास की जीवंत और उजार्वान कडी हैं. उनका यह इस्राइल दौरा दोनों देशों के समुदायों के बीच प्राचीन संबंधों का उत्सव है. मोदी ने कहा कि एक चौथाई सदी पहले दोनों देशों के बीच स्थापित संपूर्ण राजनयिक संबंधों के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों ने तेजी से प्रगति की है.
प्रधानमंत्री ने कहा, कि आगामी दशकों में, हम चाहते हैं कि हमारा रिश्ता ऐसा बने जो हमारे आथर्कि संबंधों का पूरा परिदृश्य ही बदलकर रख दे. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढती बडी अर्थव्यवस्था है और विकास प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकी तथा नवाचार पर इसका फोकस इस्राइल के साथ अकादमिक, वैज्ञानिक तथा शोध और कारोबारी संपर्कों के विस्तार के लिए सकारात्मक संभावनाओं को बढाता है. नेतन्याहू द्वारा यहां प्रधानमंत्री आवास पर दिये गये. रात्रिभोज से पहले मोदी ने एक वक्तव्य में कहा, ‘ ‘हम अपनी शांति, स्थिरता और समृद्धि के समक्ष पेश आने वाली साझा चुनौतियों से निबटने के लिए सुरक्षा साझेदारी को और मजबूत करना चाहते हैं. इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक स्पष्ट कार्य एजेंडा बनाने के लिए मैं प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ मिलकर काम करुंगा.’ ‘