बीजिंग : चीन और भारत के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है. सिक्किम विवाद पर चीन ने भारत पर पंचशील समझौते को कुचलने का गंभीर आरोप लगाया है. चीन ने यह भी आरोप लगाया है कि भारत ‘ ‘आम लोगों को गुमराह ‘ ‘ कर रहा है कि सिक्किम सेक्टर में ‘सिक्किम गलियारा ‘ या ‘चिकन्स नेक ‘ के पास चीनी जवान सड़क का निर्माण कर रहे हैं जो पूर्वोत्तर राज्यों में भारत की पहुंच के लिये खतरा बन सकता है.
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चीन ने ”62 में किया था पंचशील समझौते का उल्लंघन, अब भारत पर लगा रहा है कुचलने का आरोप
बीजिंग : चीन और भारत के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है. सिक्किम विवाद पर चीन ने भारत पर पंचशील समझौते को कुचलने का गंभीर आरोप लगाया है. चीन ने यह भी आरोप लगाया है कि भारत ‘ ‘आम लोगों को गुमराह ‘ ‘ कर रहा है कि सिक्किम सेक्टर में ‘सिक्किम गलियारा ‘ या […]
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘ ‘1890 की चीन-ब्रिटिश संधि की अवमानना करते हुये भारतीय पक्ष ने कहा कि डोक ला तीन देशों के तिराहे के क्षेत्र में स्थित है, यह जनता को गुमराह करना है. ‘ ‘ जेंग ने जोर देकर कहा, ‘ ‘1890 की संधि कहती है कि सिक्किम क्षेत्र की सीमा पूर्वी पहाडयिों से शुरू होती है और यह घटना (सड़क निर्माण की) गिपमोची पर्वत से करीब 2000 मीटर दूर हुई है. ‘ ‘ उन्होंने दावा किया कि इस घटना का चीन, भारत और भूटान के बीच तिराहे से कुछ लेना-देना नहीं है.
जेंग ने चीन द्वारा सड़क निर्माण का बचाव करते हुये कहा, ‘ ‘भारतीय पक्ष दरअसल यह कह कर जनता को भ्रमित कर रही है कि यह घटना तीनों देशों की सीमा के मिलन बिंदू की है. ‘ ‘ भारत और भूटान चीन द्वारा सडक बनाये जाने का विरोध कर रहे हैं. भारत ने सड़क निर्माण पर चिंता व्यक्त करते हुये आशंका जताई थी कि इससे उसके पूर्वोत्तर राज्यों से संपर्क काटने में चीनी सैनिक कामयाब हो सकते हैं.
* क्या है पंचशील समझौता
पंचशील पर 29 अप्रैल 1954 में दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था. ये चीन के क्षेत्र तिब्बत और भारत के बीच व्यापार और संबंधों को लेकर समझौता हुआ था. समझौता तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में हुआ था. इस समझौते के बाद हिंदी-चीनी भाई-भाई के नारे लगे थे. हालांकि 1962 में चीन ने इस समझौते का उल्लंघन किया था. पंचशील समझौते के ये पांच मुख्य बिंदु हैं.
1. एक दूसरे की अखंडता और संप्रभुता का सम्मान
2. परस्पर अनाक्रमण
3. एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना
4. समान और परस्पर लाभकारी संबंध
5. शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व
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