मोसुल में फंसे भारतीयों का पता लगाने वीके सिंह इराक जायेंगे, मोसुल को मुक्त कराने के लिए सेना आगे बढ़ी
नयी दिल्ली/मोसुल : विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इराकी प्रशासन ने मोसुल में कथित तौर पर बंधक बनाये गये 39 भारतीय नागरिकों का पता लगाने में पूरी मदद का भरोसा दिया है. इराक ने रविवारको मोसुल में कई महीनों के अभियान के बाद आइएस के खिलाफ विजय का एलान किया. विदेश मंत्रालय ने […]
नयी दिल्ली/मोसुल : विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इराकी प्रशासन ने मोसुल में कथित तौर पर बंधक बनाये गये 39 भारतीय नागरिकों का पता लगाने में पूरी मदद का भरोसा दिया है. इराक ने रविवारको मोसुल में कई महीनों के अभियान के बाद आइएस के खिलाफ विजय का एलान किया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह सोमवार को इराक के इरबिल के लिए रवाना होंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को विश्वास दिलाया था कि उनका मंत्रालय 39 भारतीयों का पता लगाने के लिए पूरे प्रयास कर रहा है. इनमें से अधिकतर लोग पंजाब के हैं. उसने मोसुल के आइएस से मुक्त कराने को आतंकवाद के वैश्विक युद्ध में महत्वपूर्ण आयाम करार देते हुए कहा कि भारत इसका स्वागत करता है. इस बीच, मोसुल में कुछ अंतिम ठिकानों को आइएस के चरमपंथियों से मुक्त कराने के लिए सोमवार को सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू कर दिया.
इस बीच, मोसुल में कुछ अंतिम ठिकानों को आइएस के चरमपंथियों से मुक्त कराने के लिए सोमवार को सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू कर दिया. आइएस के जेहादियों को मोसुल के पुराना शहर इलाके के एक हिस्से में घेर कर रखा गया है. सुरक्षा बलों की इस सफलता के बावजूद इस शहर का पुनर्निर्माण और नागरिकों की मदद करना एक बड़ी चुनौती है. सहायता समूहों का कहना है कि इराक में मानवीय संकट अभी जल्द खत्म नहीं होनेवाला है.
प्रधानमंत्री हैदर अल-आबिदी ने रविवारको मोसुल का दौरा किया था और महीनों की लड़ाई के बाद आइएस के जेहादियों को मोसुल से खदेड़नेवाले सुरक्षा बलों की जमकर सराहना की थी. एक वरिष्ठ कमांडर ने सोमवार को कहा कि जेहादियों के साथ भीषण संघर्ष चल रहा है, लेकिन लड़ाई खत्म होने के कगार पर पहुंच गयी है. आतंकवाद विरोधी सेवा के अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल समी अल अरिधी ने कहा कि जेहादियों को 200 गुणा 100 मीटर के इलाके में सीमित कर दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने समर्पण का स्वीकार नहीं किया. परंतु, अभियान अपने आखिरी चरण में है.’