चीन में बैठकर दूसरे देश के डाटा चुराने वाले हैकर गिरफ्तार, अबतक 25 करोड़ कंप्यूटर पर अटैक

बीजिंग : कई देशों में साइबर हमले का खतरा बढ़ा है. इन हमलों में चीनी हैकरों का बड़ा हाथ माना जाता है. कई देश यह सीधे तौर पर मानते हैं लेकिन चीन इससे हमेशा इनकार करता रहा है. चीन की पुलिस ने एक सॉफ्टवेयर कंपनी के नौ आईटी पेशेवरों को हिरासत में लिया है. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2017 12:12 PM

बीजिंग : कई देशों में साइबर हमले का खतरा बढ़ा है. इन हमलों में चीनी हैकरों का बड़ा हाथ माना जाता है. कई देश यह सीधे तौर पर मानते हैं लेकिन चीन इससे हमेशा इनकार करता रहा है. चीन की पुलिस ने एक सॉफ्टवेयर कंपनी के नौ आईटी पेशेवरों को हिरासत में लिया है. इस फर्म ने कथित रुप से एक मैलवेयर (कंप्यूटर वायरस) विकसित किया है जिससे पिछले एक वर्ष में चीन से बाहर करीब 25 करोड कंप्यूटर प्रभावित हुए हैं.

सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि विदेशों में रहने वाले यूजरों का डेटा चुराने का बीजिंग में यह पहला मामला है. डेटा चुराने के लक्ष्य से विदेशी सॉफ्टवेयर कंपनियों पर चीनी हैकर्स के हमलों के अमेरिका और यूरोपीय संघ के आरोपों को चीन अतीत में नकार चुका है.

सरकारी अखबार ‘द बीजिंग न्यूज ‘ की खबर के अनुसार, ‘फायरबॉल ‘ नामक मैलवेयर को बीजिंग की एक आईटी कंपनी ने विकसित किया है. इसने एक वर्ष में चीन से बाहर 25 करोड कंप्यूटर्स को प्रभावित किया है, जिससे कंपनी को आठ करोड यूआन (1.185 करोड अमेरिकी डॉलर) का लाभ हुआ. हालांकि, बीजिंग का दावा है कि वह भी साइबर हमले का शिकार हुआ है.शहर के हैदियान जिला पुलिस का कहना है, ‘ ‘गिरफ्तार किए गए नौ लोग कंपनी के प्रमुख कर्मचारी हैं. सभी युवा हैं और आईटी पृष्ठभूमि से हैं. ‘ ‘

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