अमेरिकी प्रतिबंधों को रूस ने बताया ”आर्थिक युद्ध”, ट्रंप ने कहा-कांग्रेस के दबाव में प्रतिबंधों पर किया हस्ताक्षर
माॅस्को : रूस के प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव ने अमेरिका के नये प्रतिबंधों को रूस के खिलाफ ‘पूर्ण आर्थिक युद्ध’ बताते हुए इसकी निंदा की और कहा कि इसने संबंधों में सुधार की उम्मीद खत्म कर दी है तथा ‘बेहद अपमानजनक तरीके में इसने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कमजोरी’ प्रदर्शित की है. विधेयक को खत्म करने […]
माॅस्को : रूस के प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव ने अमेरिका के नये प्रतिबंधों को रूस के खिलाफ ‘पूर्ण आर्थिक युद्ध’ बताते हुए इसकी निंदा की और कहा कि इसने संबंधों में सुधार की उम्मीद खत्म कर दी है तथा ‘बेहद अपमानजनक तरीके में इसने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कमजोरी’ प्रदर्शित की है. विधेयक को खत्म करने या उसे कमजोर बनाने में व्हाइट हाउस के नाकाम रहने के बाद बुधवार को घरेलू दबाव में आकर ट्रंप ने अनिच्छा से नये प्रतिबंधों पर हस्ताक्षर किये. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूस के साथ संबंध अब तक के अपने सबसे निचले और बहुत ही खतरनाक स्तर पर पहुंच गये हैं. उन्होंने अनिच्छापूर्वक माॅस्को के खिलाफ प्रतिबंधों को मंजूरी दी है और उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है.
मेदवेदेव ने चेतावनी दी कि इस कदम के ‘नतीजे भुगतने होंगे’ और कहा कि ‘इसने नये अमेरिकी प्रशासन के साथ संबंधों में सुधार की उम्मीद खत्म कर दी है.’ मेदवेदेव ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘दूसरा, यह रूस पर पूर्ण युद्ध की घोषणा करता है.’ अमेरिकी राष्ट्रपति पर तंज करते हुए मेदवेदेव ने कहा, ‘बेहद अपमानजनक रूप में कांग्रेस को कार्यकारी शक्ति सौंप कर ट्रंप प्रशासन ने अपनी लाचारी प्रदर्शित की है.’ ट्रंप ने इस कानून पर गुपचुप तरीके से हस्ताक्षर किये और इसके प्रति उनकी अनिच्छा उनके हस्ताक्षर वाले उस बयान में भी प्रदर्शित हुई थी, जिसमें उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए इस कानून को ‘बेहद त्रुटिपूर्ण’ बताया था.
उन्होंने कहा, ‘ ‘कानून को पारित करने की अपनी जल्दबाजी में कांग्रेस ने राष्ट्रपति की रूस से ‘बातचीत’ करने की उनकी क्षमता पर प्रतिबंध समेत कई स्पष्ट असंवैधानिक प्रावधानों को शामिल किया.’ ट्रंप ने दावा किया, ‘मैंने अरबों डॉलर की निश्चित रूप से एक बेहतर कंपनी बनायी. मेरे चयन के पीछे यह भी एक बड़ी वजह रही. बतौर राष्ट्रपति कांग्रेस के बजाय मैं दूसरे देशों से कहीं बेहतर समझौता कर सकता हूं.’ कानून में रूसी ऊर्जा क्षेत्र को निशाना बनाते हुए उत्तर कोरिया एवं ईरान के खिलाफ उपायों को शामिल किया गया है. कानून अमेरिका को रूसी पाइपलाइनों के विकास में शामिल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने और कुछ रूसी हथियार निर्यातकों पर प्रतिबंध लगाने की क्षमता प्रदान करता है. ईरान ने भी इन प्रतिबंधों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूस के साथ संबंध अब तक के अपने सबसे निचले और बहुत ही खतरनाक स्तर पर पहुंच गये हैं. उन्होंने अनिच्छापूर्वक माॅस्को के खिलाफ प्रतिबंधों को मंजूरी दी है और उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है.
ट्रंप ने ट्वीटर पर लिखा है, ‘रूस के साथ हमारे संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर और खतरनाक स्तर पर हैं.’ उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल सुधार योजनाओं पर सीनेट में अपनी हालिया शिकस्त का हवाला देते हुए कहा, ‘आप कांग्रेस का शुक्रिया अदा कर सकते हैं, ये वही लोग हैं जो हमें हेल्थ केयर नहीं दे सकते.’ गौरतलब है कि एक दिन पहले ही उन्होंने एक प्रतिबंध विधेयक पर हस्ताक्षर किये, जिसे कांग्रेस ने पारित किया था. विधेयक में उत्तर कोरिया और ईरान के खिलाफ प्रतिबंध भी शामिल हैं.