प्रेस रिव्यू: सल्तनत चली गई पर सुल्तानों वाला रवैया नहीं गया, बोले जयराम रमेश
Reutersजयराम रमेशवरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपनी पार्टी में बदलाव की ज़रूरत स्वीकार की है. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सल्तनत चली गई है, लेकिन हम लोग अब भी सुल्तान की तरह बर्ताव कर रहे हैं. यूपीए सरकार में मंत्री रहे जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस वजूद के संकट […]
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपनी पार्टी में बदलाव की ज़रूरत स्वीकार की है. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सल्तनत चली गई है, लेकिन हम लोग अब भी सुल्तान की तरह बर्ताव कर रहे हैं.
यूपीए सरकार में मंत्री रहे जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस वजूद के संकट से गुज़र रही है और नरेंद्र मोदी और अमित शाह की चुनौतियों से उबरने के लिए पार्टी को एक होकर लड़ना होगा.
उन्होंने कहा, ‘हमें समझना होगा कि हमारी लड़ाई नरेंद्र मोदी और अमित शाह से है जो अलग तरह से सोचते और काम करते हैं. अगर हम ख़ुद को लचीला नहीं बनाएंगे तो हम अप्रासंगिक हो जाएंगे.’
उन्होंने कहा, ‘पुराने नारे, पुराने फॉर्मूले, पुराने मंत्र अब काम नहीं करते. भारत बदल गया है, कांग्रेस को भी बदलना होगा.’
इसी अख़बार ने ख़बर दी है कि हरियाणा के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बेटे के ‘छेड़छाड़ और स्टॉकिंग’ मामले में फंसने के चार दिन पहले चंडीगढ़ से भाजपा सांसद किरण खेर ने संसद में ‘स्टॉकिंग’ यानी लड़कियों का पीछा किए जाने का मुद्दा उठाया था.
किरण खेर ने एक अगस्त को लोकसभा में सरकार से स्टॉकिंग को महिलाओं के ख़िलाफ हिंसा की तरह मानने की अपील की थी. उन्होंने पूछा था, ‘क्या हम किसी स्टॉकर को सज़ा नहीं दे सकते, इससे पहले कि वह हत्यारा बन जाए? या हम तभी नोटिस लेते हैं जब अपराध बड़ा हो जाता है.’
इत्तेफ़ाक़ से किरण खेर के संसदीय क्षेत्र में ही स्टॉकिंग का मामला सामने आया, जिसमें उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र पर आरोप लगे. इस पर किरण खेर ने 5 अगस्त को पहली प्रतिक्रिया दी, ‘एक मां होने के नाते मैं पीड़िता के परिवार की भावनाएं समझ सकती हूं. जो भी कानूनसम्मत और सही होगा, किया जाएगा.’
अमर उजाला ने ख़बर दी है कि फतेहाबाद में एक भाजपा नेता ने एंबुलेंस को रुकवा लिया, जिससे मरीज़ को अस्पताल पहुंचने में देर हो गई और उसकी मौत हो गई.
अख़बार ने लिखा है कि फतेहाबाद के नगर परिषद प्रधान दर्शन नागपाल की गाड़ी से एंबुलेंस की हल्की टक्कर हो गई थी. आरोप है कि इसके बाद दर्शन नागपाल ने एंबुलेंस का पीछा करके रुकवा लिया और आधे घंटे तक रोके रखा. एंबुलेंस में जो मरीज़ थे नवीन कुमार, उनकी मौत हो गई.
दर्शन नागपाल ने एंबुलेंस रोकने से यह कहते हुए इनकार किया है कि मेरा सेवा में भरोसा है, मैं एंबुलेंस कैसे रोक सकता हूं.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने ख़बर दी है कि 2017-18 के वित्त वर्ष में इनकम टैक्स भरे जाने में 24.7 फ़ीसदी का इज़ाफा हुआ है.
5 अगस्त देश में 2 करोड़ 83 लाख इनकम टैक्स रिटर्न भरे गए. पिछले साल इसी तारीख तक 2 करोड़ 27 लाख रिटर्न भरे गए थे.
आयकर विभाग का कहना है कि इनमें टैक्स भरने वाले व्यक्तियों की संख्या में 25.3 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)