तीन साल पहले शुरू हुई थीं पद से हटाने की ”साजिशें”, फिर बनूंगा पीएम : शरीफ

लाहौर : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उच्चतम न्यायालय द्वारा उन्हें अयोग्य ठहराने को निरादर बताया और कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने की ‘साजिशें’ तीन साल पहले ही शुरू हो गयी थीं. शरीफ ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से अयोग्य ठहराये जाने को ‘मजाक’ बताया और भरोसा जताया कि वह चौथी बार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2017 12:01 PM

लाहौर : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उच्चतम न्यायालय द्वारा उन्हें अयोग्य ठहराने को निरादर बताया और कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने की ‘साजिशें’ तीन साल पहले ही शुरू हो गयी थीं. शरीफ ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से अयोग्य ठहराये जाने को ‘मजाक’ बताया और भरोसा जताया कि वह चौथी बार प्रधानमंत्री निर्वाचित होंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें अयोग्य ठहरानेवाले न्यायाधीश उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी उदाहरण देने में नाकाम रहे. उन्होंने कहा, ‘क्या इसे अयोग्यता कहनी चाहिए? मैं कल फिर जनता द्वारा प्रधानमंत्री बनाया जाऊंगा.’

इस्लामाबाद से लाहौर की अपनी यात्रा के दौरान गुजरात के गुजरांवाला शहर में शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए 67 वर्षीय शरीफ ने अपने समर्थकों से उनके साथ सड़कों पर उतरने का संकल्प लेने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो कि पाकिस्तान के निर्वाचित प्रधानमंत्री का और निरादर नहीं किया जाये. शरीफ ने कहा, ‘मुझे हटाने की साजिशें करीब साढ़े तीन साल पहले शुरू हो गयी थीं और अंतत: उन्होंने (सैन्य प्रतिष्ठान और न्यायपालिका) अपमानजनक तरीके से मुझे निष्कासित कर दिया. मैं गद्दार नहीं हूं. मैं देशभक्त पाकिस्तानी हूं’

सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने पिछले महीने शरीफ को भ्रष्टाचार के लिए अयोग्य करार दिया था और फैसला दिया था कि पनामा पेपर्स कांड में उनके और उनके बच्चों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाये जिसके बाद प्रधानमंत्री तीसरी बार पद छोड़ने के लिए बाध्य हुए थे. 67 वर्षीय वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘क्या मैं पूछ सकता हूं कि मुझे क्यों हटाया गया? क्या मैंने किसी तरह का भ्रष्टाचार किया था? मैं निर्दोष हूं और कोई आर्थिक गड़बड़ी नहीं की. मुझे अयोग्य ठहरानेवाले न्यायाधीशों ने यही कहा. फिर मुझे बाहर क्यों किया गया?’ उन्होंने कहा कि लोगों के वोट को कुचल डाला गया, क्योंकि लाखों लोगों ने एक नेता को चुना और कुछ लोगों या पांच न्यायाधीशों ने उसका अपमान कर उसे बाहर कर दिया.

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