वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसने अमेरिका या उसके किसी सहयोगी देश के किसी क्षेत्र के खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई की तो उसे ‘सच में पछताना’ पड़ेगा. इस बीच एक शीर्ष अमेरिकी कमांडर ने कहा कि उनका मानना है कि भारत, उत्तर कोरिया के संकट को खत्म करने में भूमिका निभा सकता है. वह उत्तर कोरियाई नेतृत्व को उसके परमाणु कार्यक्रमों से पैदा हो रहे खतरे की गंभीरता को समझाने में मदद कर सकता है.
अमेरिका प्रशांत कमांड के कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस का कहना है कि इसका फैसला भारत को करना है कि वह किस तरह की भूमिका निभाना चाहता है. हैरिस ने कहा, ‘मेरा मानना है कि भारत की आवाज तेज है जिससे लोग इस पर ध्यान देंगे. इसलिए मुझे लगता है कि भारत शायद उस बात की गंभीरता को समझाने में उत्तर कोरिया की मदद कर सकता है जिसे अमेरिका खतरा मानता है.’ ‘ट्रंप ने चेतावनी दी कि, ‘अगर वह (किम जोंग उन) खुल्लम-खुल्ला धमकी देते हैं जैसा कि वह और उनका परिवार कई वर्षों से दे रहा है’ तो अमेरिका किम के शासन के खिलाफ कार्रवाई करेगा.
अमेरिका ने मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रमों को लेकर उत्तर कोरिया पर आथर्कि प्रतिबंध लागू करने का प्रस्ताव रखा था जिसके बाद किम ने इस सप्ताह गुआम में मिसाइल दागने की धमकी दी थी. किम की धमकी के बाद ही ट्रंप ने यह चेतावनी दी है. ट्रंप ने कहा कि अगर किम गुआम या अमेरिका के किसी अन्य क्षेत्र या अमेरिका के सहयोगी देश के खिलाफ कुछ करते हैं तो उन्हें ‘वाकई पछताना पड़ेगा और जल्दी पछताना पड़ेगा.’ इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर उत्तर कोरिया ‘मूर्खतापूर्ण’ कार्रवाई करता है तो परमाणु संपन्न देश के खिलाफ सैन्य विकल्प तैयार हैं.
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘अगर उत्तर कोरिया मूर्खतापूर्ण तरीके से पेश आता है तो सैन्य हल पूरी तरह से तैयार हैं. उम्मीद करता हूं कि (उत्तर कोरियाई नेता) किम जोंग उन दूसरा रास्ता ढूंढ लेंगे. ट्रंप ने उत्तर कोरिया के खिलाफ अपने रुख को सही ठहराया और दावा किया कि अमेरिकी लोग उनकी टिप्पणियों से खुश हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे आलोचक ऐसा कह रहे हैं क्योंकि यह मैं हूं. अगर कोई और ऐसे ही शब्द बोलता जो मैंने बोले, तो वे कहते कि यह अच्छा बयान है, क्या शानदार बयान है.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं आपको बता दूं, इस देश में करोड़ों लोग हैं जो मेरे बयानों से खुश हैं, क्योंकि वे कहते हैं कि आखिरकार हमारे पास ऐसा राष्ट्रपति है जो हमारे देश, हमारे दोस्तों और हमारे सहयोगियों के लिए खड़ा रहता है. यह व्यक्ति जो भी कर रहा है उससे पीछे नहीं हटेगा. मेरा विश्वास कीजिए.’
गुआम में सैन्य समाधानों पर अपने ट्वीट के बारे में ट्रंप ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह बहुत स्पष्ट है. हम उस पर बहुत सावधानीपूर्वक विचार कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि वे जो मैंने कहा उसकी गंभीरता को समझने की कोशिश करेंगे और मैंने वही कहा जो मैं मानता हूं.’ उन्होंने कहा कि वह उत्तर कोरिया के साथ पिछले रास्ते से बातचीत के बारे में बात नहीं करना चाहते जैसा कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है. हम एक ऐसे देश के बारे में बात करना चाहते हैं जो कई वर्षों, असल में दशकों से दुर्व्यवहार कर रहा है और वे इस मुद्दे पर बात नहीं करना चाहते और मेरे पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है और मैं इस पर बात कर रहा हूं.’ ट्रंप ने कहा, ‘हम या तो जल्द ही बहुत, बहुत सफल होंगे या हम जल्द ही अलग तरीके से बहुत, बहुत सफल होने जा रहे हैं.’