हां, हम घर से निकलेंगे और देंगे वोट
मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में प्रशिक्षु शिक्षकों व ग्रामीणों ने कहा गिरिडीह : ‘‘हां, चुनाव के दिन हम घर से निकलेंगे और वोट देंगे. हमारी कोशिश होगी कि सही प्रत्याशी को वोट दें.’’ गुरुवार को यह संकल्प लिया केएन बक्शी बीएड कॉलेज के व्याख्याताओं, प्रशिक्षु शिक्षकों व स्थानीय ग्रामीणों ने. मौका था प्रभात खबर की ओर […]
मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में प्रशिक्षु शिक्षकों व ग्रामीणों ने कहा
गिरिडीह : ‘‘हां, चुनाव के दिन हम घर से निकलेंगे और वोट देंगे. हमारी कोशिश होगी कि सही प्रत्याशी को वोट दें.’’ गुरुवार को यह संकल्प लिया केएन बक्शी बीएड कॉलेज के व्याख्याताओं, प्रशिक्षु शिक्षकों व स्थानीय ग्रामीणों ने. मौका था प्रभात खबर की ओर से आयोजित ‘वोट करें देश गढ़ें’ कार्यक्रम का.
जिले के बेंगाबाद प्रखंड के करमाटांड़ स्थित केएन बक्शी बीएड कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में कॉलेज के व्याख्याताओं व प्रशिक्षु शिक्षकों के अलावा काफी संख्या में प्रखंड के बसंतबाड़ी, हादोडीह, कारगालु, मंडाटांड़ आदि गांवों के प्रबुद्ध ग्रामीणों ने हिस्सा लिया.
यह इलाका कोडरमा संसदीय क्षेत्र में पड़ता है. मौके पर कॉलेज के व्याख्याताओं ने जहां एक ओर जात-पात, धर्म से ऊपर उठ कर देश व समाज हित में मतदान करने के लिए लोगों को प्रेरित किया. वहीं प्रशिक्षु शिक्षकों व ग्रामीणों ने भी नेताओं के झांसे में आने के बजाय स्व विवेक से मतदान करने के साथ लोगों को उचित प्रत्याशी को वोट देने के लिए प्रेरित करने का निर्णय लिया.
भ्रष्टाचार के कारण अच्छे प्रत्याशी नहीं जीत पाते : कॉलेज के उप प्राचार्य अजीत कुमार सिंह ने प्रभात खबर के ‘वोट करें देश गढ़ें’ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि 1952 में चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत हुई थी. तब से लेकर अभी तक कई राजनेता आये. लेकिन वर्तमान समय में चिंतन जरूरी है.
सवाल है कि क्या भ्रष्टाचार देश की जनता के रग-रग में समाया हुआ है? भ्रष्टाचार के कारण ही अच्छे प्रत्याशी जीत कर संसद तक नहीं पहुंच पाते हैं. लोगों को बाहरी-भीतरी जैसी भावनाओं से ऊपर उठ कर प्रत्याशियों के पिछले पांच साल के कार्यकाल का हिसाब-किताब कर मतदान करना चाहिए.
साफ छवि के प्रत्याशी को वोट दें : व्याख्याता विनोद कुमार सुमन ने कहा कि चुनाव के दौरान अक्सर देखा जाता है कि मतदान से एक दिन पूर्व नोट के बल पर मतदान को प्रभावित किया जाता है. ऐसे में लोगों को बिना किसी दवाब में साफ छवि वाले प्रत्याशी को मतदान करना चाहिए. दीपक कुमार ने कहा कि चुनाव के दौरान नेता मतदाताओं को नोट, जाति, धर्म के आधार पर प्रभावित करते है.
लोगों को स्व विवेक से मतदान कर राष्ट्र हित में एक कदम बढ़ाना चाहिए. नोटा का प्रयोग करें : रविकांत ने कहा कि कोई प्रत्याशी पसंद नहीं आने पर नोटा का प्रयोग करें. वहीं किसी भी हाल में लोगों को मतदान में हिस्सा जरूर लेना चाहिए.
कॉलेज के प्रधान लिपिक मदन कुमार पांडेय ने कहा कि लोकतंत्र के निर्माण में सुदूर गांवों का भी अहम योगदान होता है. इसलिए लोगों को विकास के लिए मतदान में हिस्सा लेना चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभात खबर के पत्रकार राकेश सिन्हा ने की, जबकि संचालन रिंकेश कुमार ने किया.