दुनिया के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है चीन, अमेरिका ने भविष्य के लिए बताया सबसे बड़ा खतरा

नयी दिल्ली: जमीन से लेकर समुद्र आैर हवार्इ मार्गों तक अपना दबदबा कायम करने की फिराक में चीन दुनिया के कर्इ देशों के साथ सीधे-सीधे टकराव मोल ले रहा है. उसकी इस हरकत को लेकर अमेरिका ने उसे भविष्य का सबसे बड़ा खतरा करार दिया है. आलम यह कि उसने चीन की इन्हीं हरकतों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2017 10:34 AM

नयी दिल्ली: जमीन से लेकर समुद्र आैर हवार्इ मार्गों तक अपना दबदबा कायम करने की फिराक में चीन दुनिया के कर्इ देशों के साथ सीधे-सीधे टकराव मोल ले रहा है. उसकी इस हरकत को लेकर अमेरिका ने उसे भविष्य का सबसे बड़ा खतरा करार दिया है. आलम यह कि उसने चीन की इन्हीं हरकतों को आतंकवाद तक से तुलना कर दी है. अमेरिका के प्रशांत क्षेत्र के सैन्य कमांडर एडमिरल हैरी हैरिस ने कहा कि चीन भविष्य में दुनिया के लिए बड़ा खतरा बनने वाला है. अमेरिकी सैन्य व्यवस्था में प्रशांत क्षेत्र के अंतर्गत ही दक्षिण चीन सागर और उत्तर कोरिया का आता है, जहां पर आने वाले दिनों टकराव की सबसे ज्यादा आशंका है.

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एडमिरल हैरिस ने कहा कि भविष्य का सबसे बड़ा खतरा आक्रामक और किसी भी तरह से आगे बढ़ने की इच्छा पाले चीन है, लेकिन इस समय का सबसे बड़ा खतरा उत्तर कोरिया है. इसके अतिरिक्त जो बड़ा खतरा अमेरिका सहित दुनिया के ज्यादातर देश झेल रहे हैं वह आतंकवाद है. आईएस और दूसरे आतंकी संगठन अलग-अलग देशों में हमले करके निर्दोष लोगों को मार रहे हैं और संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं.

फिलीपींस के मरावी शहर का जिक्र करते हुए एडमिरल हैरिस ने कहा कि हम वहां पर फिलीपींस की सेना का सहयोग कर रहे हैं. जल्द ही शहर पर दोबारा कब्जा पाने की उम्मीद है. मुस्लिम बहुल यह शहर कई महीनों से आतंकियों की गिरफ्त में है और वहां पर सेना और आतंकियों के बीच संघर्ष चल रहा है.

एडमिरल हैरिस ने कहा, भारतीय सेनाओं को आधुनिक उपकरणों से लैस करके और सैनिकों को प्रशिक्षण देकर अमेरिका उन्हें और प्रभावशाली बना सकता है. दोनों देशों बीच पिछले दशक में 15 अरब डॉलर (एक लाख करोड़ रुपये) रक्षा क्षेत्र का कारोबार हुआ है, जो आने वाले वर्षो में बढ़ने की उम्मीद है. मजबूत भारत से सभी का लाभ है.

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