बमाको : माली में संयुक्त राष्ट्र के दो आधार शिविरों पर बंदूकधारियों के हमले में एक शांतिरक्षक, एक ठेकेदार और माली के सात सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गयी. देश में संयुक्त राष्ट्र मिशन एमआइएनयूएसएमए ने एक बयान में बताया कि मोप्ती के दुएंत्जा में तड़के हुए एक हमले में शांतिरक्षक और माली के एक जवान की मौत हो गयी.
संयुक्त राष्ट्र ने एक अलग बयान में बताया कि कुछ ही घंटों बाद बंदूकें एवं ग्रेनेड लिये छह लोग पश्चिमोत्तर माली के टिम्बकटू में संयुक्त राष्ट्र मिशन के शिविर के प्रवेश द्वार पर पहुंचे. उन्होंने माली के सुरक्षा गार्डों पर गोलीबारी की जिसमें पांच सुरक्षा गार्डों, एक पुलिसकर्मी और एक असैन्य ठेकेदार की मौत हो गयी. ठेकेदार की नागरिकता का अभी पता नहीं चल पाया है. संयुक्त राष्ट्र के एक सूत्र ने बताया कि छह सुरक्षा गार्डों की मौत हुई है, लेकिन बयान में बताया गया कि एक गार्ड की मौत नहीं हुई है, वह घायल हुआ है.
दुंएत्जा हमले में दो और टिम्बकटू में छह संदिग्ध जिहादी मारे गये. यह हमला इस बात को रेखांकित करता है कि संयुक्त राष्ट्र को अपने शांतिरक्षकों के जीवन की रक्षा करने में माली में कितना संघर्ष करना पड़ रहा है. माली मिशन को दुनिया में सबसे खतरनाक सक्रिय संयुक्त राष्ट्र तैनाती बताया जाता है. संयुक्त राष्ट्र बयानों के अनुसार दुएंत्जा में एक अन्य शांतिरक्षक मामूली रूप से घायल हो गया और टिम्बकटू में छह अन्य शांतिरक्षक और माली का एक सुरक्षा गार्ड भी घायल हो गया.
माली के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि महामत सालेह सालेह अन्नादिफ ने टिम्बकटू हमले पर दिए एक बयान में कहा, ‘दुएंत्जा में आतंकवादी हमले के कुछ ही घंटों बाद किये गये इस कायराना हमले एवं नीच कृत्य की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमें इन आतंकवादी कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए मिलकर प्रयास करने चाहिए ताकि उन्हें अदालत में उनके अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जा सके. ‘इस बीच, माली के एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि टिम्बकटू में सुरक्षा गार्डों की ‘मौके पर मौत’ हो गयी. हालांकि, इस हमले ने जल्द ही इलाके में तैनात माली के बलों एवं फ्रांसीसी हेलीकॉप्टरों का ध्यान अपनी ओर खींचा जिन्होंने हमलावरों पर गोलीबारी की. माली में वर्ष 2013 से सक्रिय संयुक्त राष्ट्र मिशन लगातार आतंकवादी हमलों का शिकार बनता रहा है. वह लोगों द्वारा लगाये गये दुर्व्यवहार के आरोपों एवं हेलीकॉप्टरों की कमी समेत संचालनात्मक मुश्किलों से भी जूझ रहा है.