ताइपेः भारत में बड़े-बड़े आपराधिक मामले चलने के बाद भी अक्सर सरकार में शामिल मंत्री जहां नैतिक जिम्मेदारी लेने से कतराते नजर आते हैं, वहीं ताइवान के एक मंत्री ने महज बिजली गुल होने के बाद नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया. खबर है कि बिजली संयंत्र में जनरेटर खराब हो जाने के बाद द्वीप के लाखों मकानों की बिजली चली जाने के चलते ताइवान के आर्थिक मामलों के मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है.
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बिजली गुल होने की यह घटना ऐसे समय पर हुई है, जब ताइवान में भयंकर गर्मी पड़ रही है. इतना ही नहीं, बिजली गुल होने की वजह से मंगलवार की शाम यातायात जाम हो गया. शॉपिंग मॉलों में चहल-पहल थम गयी और दफ्तर अंधेरे में डूब गये.
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ताइवान की सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि संचालन संबंधी एक तकनीकी खामी के कारण ताइवान के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस विद्युत संयंत्र ने काम करना बंद कर दिया. ताइवान के आर्थिक मामलों के मंत्री ली चिह-कुंग ने संवाददाता सम्मेलन में माफी मांगी और कहा कि जिस व्यक्ति ने गलती की है, उसे दंडित किया जायेगा.
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एजेंसी ने कहा कि राजधानी ताइपे और ताइचुंग, ताइनान और तीन काउंटी में 66.8 लाख परिवार प्रभावित हुए. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बिजली की बैकअप आपूर्ति ने सुनिश्चित किया कि सैन्य अभियानों में कोई रुकावट न आये.