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बटन दबाते ही बज उठेगा बीप

पटना: सामान्य इवीएम से वोटिंग प्रणाली की अपेक्षा आधुनिक इवीएम से वोटिंग करने में सात सेकेंड अधिक समय लगेगा. सामान्य इवीएम से वोटिंग के लिए बटन दबाने पर 12 सेकेंड बाद बीप बजता है, जबकि नयी वोटिंग प्रणाली में 19 सेकेंड बाद बीप बजेगा. नयी वोटिंग प्रणाली में बटन दबाने पर पहले सात सेकेंड में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2014 7:45 AM

पटना: सामान्य इवीएम से वोटिंग प्रणाली की अपेक्षा आधुनिक इवीएम से वोटिंग करने में सात सेकेंड अधिक समय लगेगा. सामान्य इवीएम से वोटिंग के लिए बटन दबाने पर 12 सेकेंड बाद बीप बजता है, जबकि नयी वोटिंग प्रणाली में 19 सेकेंड बाद बीप बजेगा.

नयी वोटिंग प्रणाली में बटन दबाने पर पहले सात सेकेंड में दिये गये प्रत्याशी का नाम व चुनाव चिह्न् डिसप्ले होगा. इसके 12 सेकेंड बाद बीप बजेगा, जो वोट होने का पुख्ता प्रमाण देगा. वोटर डिसप्ले बोर्ड पर चहेते प्रत्याशी का नाम व चुनाव चिह्न् देख कर संतुष्ट हो सकेंगे. इसके लिए आयोग वोट वेरिफाइबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) तकनीक का सहारा लेगा. इस तकनीक का प्रयोग देश के 6 लोकसभा क्षेत्र में होगा, जिसमें पटना साहिब भी शामिल हैं.

नयी वोटिंग प्रणाली में समय अधिक लगेगा : आधुनिक इवीएम वोटिंग से सामान्य वोटिंग करने की अपेक्षा 7 सेकेंड समय अधिक लगेगा. सामान्य इवीएम में वोटिंग करने पर 12 सेकेंड समय लगता है.

पटना साहिब में 19 प्रत्याशियों के चुनाव मैदान में होने से दो बैलेट यूनिट का उपयोग होगा. सभी बूथ पर दोनों बैलेट यूनिट के बीच में वीवीपैट का इस्तेमाल होगा, ताकि वोटर द्वारा वोट करने पर डिसप्ले हुए प्रत्याशी का नाम व चुनाव चिह्न् वोटर देख सके.

अतिरिक्त कर्मचारी होंगे तैनात : नयी वोटिंग प्रणाली के लिए पटना साहिब के सभी बूथ पर एक -एक अतिरिक्त कर्मी तैनात होंगे. तैनात किये गये कर्मी को नयी प्रणाली का पूरा प्रशिक्षण देकर वीवीपैट संचालन की जिम्मेवारी होगी. इसके लिए पटना साहिब में 2 हजार अतिरिक्त कर्मी की जरूरत है.

1758 बूथों पर लगेगा वीवीपीएटी
पटना साहिब के 1758 बूथ पर इवीएम के साथ वोट वेरिफाइबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) लगेगा. इसमें वोटर द्वारा वोट दिये गये प्रत्याशी का नाम व चुनाव चिह्न् डिसप्ले होगा. वोट करने से संबंधित परची भी निकलेगी, लेकिन मतदान को गोपनीय रखने के लिए वह परची नहीं मिलेगी. वह मशीन के अंदर रहेगी. परची का उपयोग उस स्थिति में होगा, जब मशीन में अचानक किसी तरह की गड़बड़ी हो जाये. परची के आधार पर प्रत्याशी को मिले वोट की गिनती होगी.

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