सोल : उत्तर कोरिया द्वारा अबतक का सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण करने और अपने पास हाइड्रोजन बम होने का एलान करने के बाद अपनी रक्षा को चाक चौबंद कर चुके दक्षिण कोरिया ने आज कहा कि उत्तर कोरिया संभवत: दूसरे मिसाइल लांच की तैयार कर रहा है. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका और टर्मिनल हाई अल्टीट्यूड एरिया डिफेंस मिसाइल लांचरों को तैयार करेगा. इससे चीन खफा हो गया है.
इससे पहले दक्षिण कोरिया ने यह प्रतीत कराने के लिए अभ्यास के तहत कई बैलेस्टिक मिसाइलें दागी कि जैसे वह उत्तर कोरिया के परमाणु स्थल को निशाना बना रहा है. तस्वीरों में दक्षिण कोरिया की लघु दूरी की ह्यूनमो मिसाइलें पूर्वी तट पर आसमान में हुंकार भरती नजर आयीं. उत्तर कोरिया ने कहा कि कल उसने हाइड्रोजन बम का विस्फोट किया था और यह इतना छोटा है कि इसे मिसाइल में फिट किया जा सकता है. पहले उसने विखंडन आधारित जिन उपकरणों का परीक्षण किया गया था, यह उससे काफी ताकतवर है.
उत्तर कोरिया का यह परीक्षण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप के लिए एक नयी चुनौती है. जुलाई में उत्तर कोरिया ने दो बार अंतर महाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) मिसाइल परीक्षण किया था जिसके बारे में माना जाता है कि वह अमेरिका तक मार कर सकता है. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 50 किलोटन सामग्री के विस्फोट होने का अनुमान लगाया था. लेकिन उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की कि वह हाईड्रोजन बम था या नहीं. लेकिन रक्षा मंत्री सोंग यंग मू ने कहा कि दक्षिण कोरिया मानता है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियारों को आईसीबीएम में फिट करने लायक परमाणु हथियार बनाने में कायमाब हो गया है.
ये भी पढ़ें… यूं ही नहीं उत्तर कोरिया के निशाने पर गुआम द्वीप
उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया ने अमेरिका से प्रायद्वीप में विमान वाहक और बमवर्षक जैसे सामरिक परिसंपत्ति तैनात करने का अनुरोध किया है. दक्षिण कोरिया के मंत्रालय ने कहा कि रविवार के परीक्षण के बाद से इस बात के संकेत सामने आये हैं कि उत्तर कोरिया अगले बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण की तैयारी कर रहा है. वैसे उसने यह संकेत नहीं दिया कि उत्तर कोरिया कब यह लांच कर सकता है लेकिन यह जरुर कहा कि वह प्रशांत महासागर में आईसीबीएम परीक्षण कर सकता है ताकि अमेरिका परऔर दबाव बनाया जा सके. कल के परीक्षण के बाद अमेरिका ने चेतावनी दी कि वह उत्तर कोरिया की धमकी पर व्यापक सैन्य जवाब दे सकता है जो प्रभावी एवं पर्याप्त होगा.