जान बचाने की कोशिश करते रोहिंग्या बच्चों की नाव नदी में डूबी, पांच की मौत

कॉक्स बाजार : अपनी जान बचाने की कोशिश में लगे पांच रोहिंग्या बच्चों की मौत की खबर है. बांग्लादेश सीमा रक्षकों ने जानकारी दी कि कि म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों को ले जा रही कई नौकाओं के डूबने से बुधवार को कम से कम पांच बच्चों की मौत हो गयी. ‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ‘ के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2017 12:44 PM

कॉक्स बाजार : अपनी जान बचाने की कोशिश में लगे पांच रोहिंग्या बच्चों की मौत की खबर है. बांग्लादेश सीमा रक्षकों ने जानकारी दी कि कि म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों को ले जा रही कई नौकाओं के डूबने से बुधवार को कम से कम पांच बच्चों की मौत हो गयी. ‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ‘ के अधिकारी ए. संगमा ने बताया कि ‘ ‘अभी तक विभिन्न स्थानों से पांच लड़कों तथा लड़कियों के शव बरामद किये गये हैं.

आपको बता दें कि रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार के दौरे पर हैं. बुधवार को इस मामले पर पीएम मोदी ने चिंता भी जाहिर की. उन्होंने कहा कि भारत रखाइन प्रांत में हिंसा को लेकर म्यामां की चिंता से इत्तेफाक रखता है. पीएम मोदी ने सभी पक्षों से देश की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को संरक्षित रखने को कहा.

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उन्होंने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से मुलाकात की. मोदी की म्यामां की पहली द्विपक्षीय यात्रा ऐसे समय हुई है जब रखाइन प्रांत में सेना के अभियान के बाद महज दो हफ्ते में बांग्लादेशी सीमा में 1,25,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थियों के पहुंचने पर म्यामां सरकार अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना कर रही है.
प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने सू की के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि देश के भारत म्यामां के सामने खड़ी चुनौतियों के बीच उसके साथ खडा है. मोदी और सू की ने बातचीत की तथा द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा की. वार्ता के बाद मोदी ने कहा कि रखाइन प्रांत में हिंसा के मुद्दे पर भारत म्यामां की चिंता से इत्तेफाक रखता है जहां निर्दोष लोगों और सैन्यकर्मियों की जान गयी है.

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उन्होंने कहा कि बात जब शांति प्रक्रिया या समस्या को सुलझाने की होती है तो ‘ ‘हम चाहते हैं कि सभी पक्ष म्यामां की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को संरक्षित रखने की दिशा में काम करें.’ ‘

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