अमेरिका ने उत्तर कोरिया के ऊपर से उड़ाये बमवर्षक विमान, कहा-अब गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं, राख कर देंगे
सोल : उत्तर कोरिया के हालिया परमाणु और मिसाइल परीक्षणों और उत्तर कोरिया की ओर से लगातार धमकी के बाद अपनी ताकत दिखाते हुए अमेरिका ने सोमवार को उत्तर कोरिया के ऊपर चार स्टेल्थ (रडार की आंखों से ओझल होने में सक्षम) लड़ाकू जेट विमानों और दो बमवर्षक विमानों को उड़ा कर अभ्यास किया. दक्षिण […]
सोल : उत्तर कोरिया के हालिया परमाणु और मिसाइल परीक्षणों और उत्तर कोरिया की ओर से लगातार धमकी के बाद अपनी ताकत दिखाते हुए अमेरिका ने सोमवार को उत्तर कोरिया के ऊपर चार स्टेल्थ (रडार की आंखों से ओझल होने में सक्षम) लड़ाकू जेट विमानों और दो बमवर्षक विमानों को उड़ा कर अभ्यास किया. दक्षिण कोरिया की योनहैप समाचार एजेंसी ने सोल में अज्ञात सरकारी सूत्र के हवाले से कहा कि चार एफ-35बी स्टेल्थ लड़ाकू विमानों और दो बी-1बी बमवर्षक विमानों ने प्रायद्वीप के ऊपर मॉक बमबारी अभ्यास में हिस्सा लिया.
इसमें इस बात की पुष्टि करते हुए कहा गया कि तीन सितंबर को उत्तर कोरिया के छठे और सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण करने तथा पिछले शुक्रवार को जापान के ऊपर अंतरमहाद्वीपीय रेंज की मिसाइल का परीक्षण करने के बाद से यह पहली उड़ान थी. योनहैप ने सूत्र के हवाले से कहा कि जापान और गुआम में अपने-अपने वायुसेना अड्डों पर वापस आने से पहले अमेरिकी जेट विमानों ने चार दक्षिण कोरियाई एफ-15के लड़ाकू विमानों के साथ प्रशिक्षण किया था. इससे पहले 31 अगस्त को भी इसी तरह का अभ्यास किया गया था. बहरहाल अमेरिकी सेना तत्काल हालिया उड़ानों की पुष्टि नहीं कर सकी.हालांकि, इस उड़ान को उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका का एक तरह से चेतावनी के साथ ही युद्ध का एलान समझा जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, अमेरिका ने साफ कर दिया है कि अब उत्तर कोरिया ने कोई गुस्ताखी की तो उसकी खैर नहीं होगी. इस बार लड़ाकू विमान ऊपर से गुजरेंगे नहीं, उत्तर कोरिया को राख कर देंगे।
हालांकि, अमेरिका के इस कदम पर अभी तक उत्तर कोरिया ने कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है और न ही कोई मिसाइल दागी है. लेकिन, अमेरिका के लड़ाकू विमान ने उत्तर कोरिया में खलबली मचा दी है. तानाशाह किम जोंग ऊन ने आपात बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तैयार करने को कहा है. अभी तीन दिन पहले जापान के ऊपर मिसाइल दागने के बाद से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के पीएम शिंजो एबे और दक्षिण कोरिया के पीएम के साथ लंबी वार्ता की थी. इस दौरान उत्तर कोरिया को सबक सिखाने के लिए कोरियाई और जापान प्रायद्वीप में सैन्य तैयारी शुरू भी हो गयी है. गौरतलब है कि जब से उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने बड़े सख्त प्रतिबंद लगाये हैं, तब से ही तानाशाह किम जोंग ऊन बौखला गया है. उसने इसके कुछ दिनों बाद ही जापान के ऊपर से दो मिसाइल दाग कर अमेरिका को परोक्ष रूप से चेतावनी तक दे डाली. इससे पहले उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण कर सनसनी फैला दी थी.