उत्तर कोरिया को रूस और चीन की दो टूक, कोरियाई प्रायद्वीप पर चल रहे दुष्चक्र को खत्म करे
न्यू याॅर्क : न्यू याॅर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जुटे चीनी और रूसी विदेश मंत्रियों ने कोरियाई प्रायद्वीप पर चल रहे दुष्चक्र को शांतिपूर्ण ढंग से खत्म करने का आह्वान किया. यह जानकारी बीजिंग ने मंगलवारको दी. चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चीनी […]
न्यू याॅर्क : न्यू याॅर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जुटे चीनी और रूसी विदेश मंत्रियों ने कोरियाई प्रायद्वीप पर चल रहे दुष्चक्र को शांतिपूर्ण ढंग से खत्म करने का आह्वान किया. यह जानकारी बीजिंग ने मंगलवारको दी. चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी और उनके रूसी समकक्ष सेरगी लावरोव ने सभी पक्षों से अपील की कि वे प्योंगयांग के परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर उसके साथ चल रहे मौजूदा गतिरोध का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश करें.
बयान में वांग के हवाले से कहा गया, कोरियाई प्रायद्वीप की परमाणु समस्या को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जाना चाहिए. गहरा रहे दुष्चक्र को तोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को लागू करने के लिए शांति वार्ताओं को बहाल करना भी एक जरूरी कदम है. बयान में कहा गया, इस मुद्दे पर रूस का रुख चीन के रुख से पूरी तरह मेल खाता है. रूस ने चीन के डुएल-ट्रैक के आह्वान का समर्थन किया है. इसके तहत उत्तर कोरिया से कहा जा सकता है कि वह अपना हथियार कार्यक्रम छोड़ दे और बदले में अमेरिका इस क्षेत्र में सैन्य अभ्यास बंद कर सकता है.
व्हाइट हाउस ने पहले कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से फोन पर बात की थी. व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों नेता संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को सख्ती से लागू करके उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ट्रंप इस समय संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के लिए न्यू यार्क में हैं, लेकिन शी इस अवसर पर मौजूद नहीं हैं.