UN में ट्रंप ने अपने पहले ही भाषण में दी चेतावनी, कहा-उत्तर कोरिया नहीं सुधरा, तो बर्बाद कर देंगे
संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त महासभा में अपने पहले ही अभिभाषण में मौजूद नेताओं के समक्ष मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर किम जोंग ऊन का परमाणु हथियारों से लैस शासन अपने पड़ोसियों के लिए खतरा बना रहता है तो अमेरिका को उत्तर कोरिया को तबाह करना पड़ सकता है. उन्होंने […]
संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त महासभा में अपने पहले ही अभिभाषण में मौजूद नेताओं के समक्ष मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर किम जोंग ऊन का परमाणु हथियारों से लैस शासन अपने पड़ोसियों के लिए खतरा बना रहता है तो अमेरिका को उत्तर कोरिया को तबाह करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा, अमेरिका में बहुत ताकत और धैर्य है, लेकिन वह अपना और अपने सहयोगियों का बचाव करने को मजबूर है. ऐसे में हमारे पास उत्तर कोरिया को पूरी तरह नष्ट कर देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा.
ट्रंप ने किम जोंग के लिए नये विशेषण का इस्तेमाल करते हुए कहा, रॉकेट मैन खुद अपने लिए और अपने शासन के लिए आत्मघाती बन रहा है. अमेरिका तैयार है, उसमें इच्छाशक्ति है और वह सक्षम है, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं की इसकी जरूरत ही ना पड़े. इसके साथ उन्होंने ईरान पर आतंकियों की मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा, ईरान सरकार तुंरत आतंकियों की मदद बंद करे. इन आतंकियों को कुचलने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी मिल कर काम कर रहे हैं.
गौरतलब है उत्तर कोरिया हाइड्रोजन बम और मिसाइल परीक्षणों को लेकर विवादों में है. अमेरिका अगले महीने दक्षिण कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास करेगा. इसमें अमेरिका के विमानवाहक युद्धपोत भाग लेंगे. बढ़ते टकराव के खतरे के बीच चीन और रूस की नौसेनाओं ने सोमवार से क्षेत्र में अभ्यास शुरू किया है. अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास से पहले अमेरिका के अत्याधुनिक बी-1 बी और एफ-35 बमवषर्षक विमान कोरियाई प्रायद्वीप में पहुंच जायेंगे. इसी महीने अमेरिका मित्र देशों दक्षिण कोरिया और जापान के साथ मिलकर मिसाइल चेतावनी व्यवस्था को भी बेहतर बनाने का अभ्यास करेगा. यह अभ्यास अक्तूबर तक चलेगा.
ट्रंप ने अपने अभिभाषण में बहुपक्षीय गठजोड़ की बजाय मजबूत संप्रभु राष्ट्रों पर आधारित विश्व की अपनी परिकल्पना भी प्रस्तुत की. उन्होंने कहा, इस पद पर रहते हुए मेरे लिए अमेरिका के हितों की रक्षा सर्वोपरि है, लेकिन अपने देशों से जुड़े दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ हम यह भी समझते हैं कि भविष्य में सभी राष्ट्र संप्रभु, समृद्ध और सुरक्षित हों, यह सबके हित में है. ट्रंप ने कहा, अमेरिका संयुक्त राष्ट्र पंचाट में दर्ज मूल्यों के बारे में जितना बोलता है, उससे ज्यादा करता है. उन्होंने कहा, हमारे नागरिकों ने हमारी और इस महान संगठन में शामिल कई देशों की आजादी को बचाने के लिए सबसे अधिक कीमत चुकायी है. इस दौरान ट्रंप ने अमेरिकी संविधान की अनुशंसा करते हुए कहा कि अमेरिकी संविधान के पहले तीन शब्द (वी द पीपल) सर्वश्रेष्ठ हैं.