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”छिपकर सिगरेट पीने पर पिता से पड़े थे जूते: संजय दत्त

अभिनेता संजय दत्त पांच साल बाद उमंग कुमार की आगामी फ़िल्म ‘भूमि’ से बतौर अभिनेता वापसी कर रहे हैं. फ़िल्म प्रमोशन के सिलसिले में पत्रकारों से रूबरू हुए संजय दत्त ने महिलाओं के ख़िलाफ़ क्रूरता पर चिंता जताई और कहा, "रेप जैसे जुर्म के लिए जल्द से जल्द न्याय होना बहुत ज़रूरी है. इसे प्राथमिकता […]

अभिनेता संजय दत्त पांच साल बाद उमंग कुमार की आगामी फ़िल्म ‘भूमि’ से बतौर अभिनेता वापसी कर रहे हैं.

फ़िल्म प्रमोशन के सिलसिले में पत्रकारों से रूबरू हुए संजय दत्त ने महिलाओं के ख़िलाफ़ क्रूरता पर चिंता जताई और कहा, "रेप जैसे जुर्म के लिए जल्द से जल्द न्याय होना बहुत ज़रूरी है. इसे प्राथमिकता देकर जल्दी कार्रवाई होनी चाहिए."

दिल्ली के निर्भया बलात्कार मामले को याद करते हुए संजय दत्त कहते हैं, "इससे बड़ा और बुरा केस नहीं सुना था. मैं 10 दिन तक सोया नहीं था. नैना पुजारी रेप और मर्डर केस सुनकर मैं हिल गया था. मेरे हिसाब से निर्भया को न्याय नहीं मिला है क्योंकि एक अपराधी नाबालिग था तो कहां से हुआ पूरा न्याय?"

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माता-पिता की बात मानें युवा

संजय दत्त का कहना है कि वो महिलाओं के सशक्तीकरण पर विश्वास रखते हैं. उनका कहना है कि एक तरफ़ दुर्गा, काली और लक्ष्मी की पूजा की जाती है तो वहीं, दूसरी तरफ़ महिलाओं के साथ हिंसा की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं.

संजय दत्त देश की सभी बेटियों को सलाह देते हुए कहते हैं कि वो अपने माता-पिता की बात मानें और समय पर घर लौटें. उन्होंने साफ़ किया कि घर के ये कानून बेटे और बेटी दोनों पर लागू होना चाहिए.

अपनी बड़ी बेटी त्रिशाला के ख़ास रिश्ता रखने वाले संजय दत्त का कहना है कि माता-पिता कभी भी अपने बच्चों के दोस्त नहीं बन सकते.

वो कहते हैं, "बच्चा हमेशा बच्चा ही रहता है. फिर भले वो 60 साल का क्यों ना हो जाए. बच्चों के साथ मित्रतापूर्ण रहना- मतलब कहना चल साथ में दारू पी और सिगरेट पी. ये सब हमारे संस्कारों में नहीं है. हमारे यहाँ फ़िल्में भी ऐसी ही बनती हैं. मदर इंडिया, बाहुबली, भूमि और दंगल जैसी फ़िल्में संस्कारों पर बनी हैं इसलिए हिट हुई हैं."

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सिगरेट पीने पर पड़े जूते

संजय दत्त ने बताया जब उन्होंने पहली बार छिपकर बाथरूम में सिगरेट पी थी तब अचानक से पिता सुनील दत्त आ गए और उन्हें उनके इस व्यवहार के लिए उन्हें जूते पड़े थे.

संजय दत्त ग़ैर-क़ानूनी ढंग से हथियार रखने के मामले में जेल की सज़ा काट चुके हैं. जेल से लौटे संजय दत्त को ख़ुशी है कि फ़िल्म जगत के लोगों ने बुरे वक्त में उनका साथ दिया. इसका श्रेय वो अपने दिवंगत पिता सुनील दत्त के भले कामों देते हैं.

फ़िल्मी गॉसिप को हल्के में मत लेना!

पिता की तरह समाजसेवा में विश्वास रखने वाले संजय दत्त अब श्री श्री रवि शंकर के साथ मिलकर भारत को नशे से मुक्त करने का आंदोलन शुरू करने वाले हैं ताकि आने वाली पीढ़ी को नशीली दवाओं से दूर रखा जा सके.

उमंग कुमार द्वारा निर्देशित ‘भूमि’ में संजय दत्त के अलावा अदिति राव हैदरी और शरद केलकर भी अहम भूमिका में नज़र आएंगे.

फ़िल्म 22 सितम्बर को रिलीज़ होगी. फ़िल्म में देश में हो रही महिलाओं के विरुद्ध क्रूरता का मुद्दा उठाया गया है.

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