कोलकाता: मुर्शिदाबाद के जलंगी में तृणमूल समर्थक बादल शेख की हत्या के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी सहित 28 लोगों के खिलाफ एफआइआर दायर की गयी है. श्री शेख की बुधवार को हत्या कर दी गयी थी. मृतक के परिजनों ने श्री चौधरी के खिलाफ मामला दायर किया गया. पुलिस ने 28 लोगों में से दो को गिरफ्तार किया है. उन्हें गुरुवार को बहरमपुर स्थित चीफ ज्यूडिशियल अदालत में पेश किया गया, जहां उन दोनों को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
राजनीतिक लड़ाई हार रही है तृणमूल : अधीर
दूसरी ओर, अधीर रंजन चौधरी ने एफआइआर दायर किये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया जतायी है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा चुका है. इससे पहले भी उन्हें इस प्रकार का अनुभव है. उन्होंने कहा कि इससे साबित हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक लड़ाई में पराजित हो गयी है. वह प्रशासन की मदद से विरोधी दल के नेताओं को परेशान कर रही है. कांग्रेस को झूठे आरोपों में फंसा कर समाप्त नहीं किया जा सकता है. राज्य में कांग्रेस पुनर्जीवित हुआ है और चुनाव में हमारा प्रदर्शन बेहतर होगा.
तृणमूल के चार कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज
बुधवार दोपहर नवान्न के पास उप मुख्य चुनाव आयुक्त विनोद जुत्शी का पुतला फूंके जाने के मामले में सिटी पुलिस हरकत में आयी है. पुलिस ने चार तृणमूल कार्यकत्र्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि पुलिस ने चारों के नाम बताने से इनकार कर दिया. पुलिस ने बताया कि, सीसीटीवी फुटेज की मदद से चार लोगों की पहचान की गयी है. उन चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जायेगी. गौरतलब है कि पुतला दहन की खबर प्रकाश में आने के बाद ही चुनाव आयोग ने इस घटना की रिपोर्ट सिटी पुलिस से मांगी है.