लाहौर : पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को शुक्रवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब देश की शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक संस्था ने उनके और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों पर रोक लगा दी तथा उनकी संपत्तियां कुर्क कर लीं. शरीफ और उनका परिवार भ्रष्टाचार और धनशोधन के आरोपों से घिरे हैं. उच्चतम न्यायालय ने पनामा पेपर्स स्कैंडल में बेईमानी को लेकर शरीफ को 28 जुलाई को प्रधानमंत्री पर पद बने रहने के अयोग्य ठहरा दिया था तथा उनके एवं उनके बच्चों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने की व्यवस्था दी थी. उसके बाद शरीफ (67) अपने पद से हट गये थे.
शरीफ परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई कर रही इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत ने शुक्रवार को शरीफ, उनकी बेटी मरियम एवं दामाद सफदर को 26 सितंबर को पेश होने के लिए समन जारी किया. नेशनल एकाउंटैबलिटी ब्यूरो (एनएबी) ने लाहौर के बाहरी इलाके रायविंड में शरीफ के घर पर समन और संपत्ति कुर्की नोटिस लगा दिया. फिलहाल वे अपनी बीमार पत्नी कुलसूम को देखने के लिए अपने बच्चों के साथ लंदन गये हैं. वहां कुलसुम के गले के कैंसर का इलाज चल रहा है.
पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी संभावनाएं जतायी गयी हैं कि शरीफ परिवार एनएबी भ्रष्टाचार मामलों का सामना करने के लिए वापस नहीं लौटेगा. वैसे सत्तारुढ़ पीएमएल-एन का कहना है कि पत्नी की तबीयत सुधरने के बाद वह लौटेंगे. एक एनएबी अधिकारी ने कहा, हमने स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान और अन्य वाणिज्यिक बैंकों को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया है कि चूंकि शरीफ और उनके बच्चे एवं दामाद सफदर एनएबी मामलों का सामना कर रहे हैं ऐसे में उनके बैंक खातों पर कड़ी नजर रखी जाये.