इस्लामाबाद : पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद के अयोग्य ठहराये जाने के बाद इस्तीफा दे चुके नवाज शरीफ मंगलवार को पनामा पेपर घोटाला मामले में एक अदालत के सामने पेश होंगे. अदालत में शरीफ राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों के संदर्भ में पेश होंगे. शरीफ परिवार के खिलाफ इस्लामाबाद में जवाबदेही अदालत में भ्रष्टाचार के मामलों में सुनवाई चल रही है.
अदालत ने पिछले हफ्ते शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) सफदर को 26 सितंबर को उसके समक्ष पेश होने के लिये कहा था. शरीफ परिवार मामले में सुनवाई की अवहेलना करते हुये 19 सितंबर को अदालत में पेश नहीं हुआ था. विदेश से सोमवार को ही लौटे शरीफ के, जवाबदेही अदालत में पहली पेशी के दौरान पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बडे नेताओं तथा केंद्रीय मंत्रियों के साथ अदालत में पहुंचने की उम्मीद है. सुनवाई के मद्देनजर न्यायिक परिसर के आसपास सुरक्षा के कडे इंतजाम किये गये हैं.
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शरीफ 31 अगस्त से ही लंदन में थे जहां उनकी पत्नी कुलसुम गले के कैंसर का इलाज करा रही हैं. पार्टी अधिकारियों ने कहा कि 67 वर्षीय शरीफ ने लंदन में अपने छोटे भाई तथा पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने के बाद वापस लौटने का फैसला किया. पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने बेईमानी के आरोप में 28 जुलाई को शरीफ को प्रधानमंत्री पद के अयोग्य करार दिया था और उनके तथा उनके बच्चों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने को कहा था। इस फैसले के बाद शरीफ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
एनएबी ने शरीफ, उनके बेटों- हसन और हुसैन, बेटी मरियम, दामाद सफदर और वित्त मंत्री इशाक डार के खिलाफ इस्लामाबाद और रावलपिंडी की जवाबदेही अदालत में हाल ही में तीन मामले दर्ज कराये थे. ब्यूरो ने शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों में अदालत में पेश होने के लिये दबाव डालने के उद्देश्य से पिछले हफ्ते उनके बैंक खातों में लेन-देन पर रोक लगा दी थी.