देश छोड़ कर भागीं थाईलैंड की अपदस्थ प्रधानमंत्री यिंगलुक को पांच साल कैद की सजा
बैंकाक : थाईलैंड की शीर्ष अदालत ने बुधवरको अपदस्थ प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनवात्रा को आपराधिक लापरवाही के मामले में उनकी गैर मौजूदगी में पांच साल कैद की सजा सुनायी. वर्ष 2014 में यिंगलुक की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर दिया गया था. सरकार की विफल चावल नीति पर आरोप तय किये जाने के बाद यिंगलुक पिछले […]
बैंकाक : थाईलैंड की शीर्ष अदालत ने बुधवरको अपदस्थ प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनवात्रा को आपराधिक लापरवाही के मामले में उनकी गैर मौजूदगी में पांच साल कैद की सजा सुनायी. वर्ष 2014 में यिंगलुक की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर दिया गया था. सरकार की विफल चावल नीति पर आरोप तय किये जाने के बाद यिंगलुक पिछले महीने देश छोड़कर भाग गयी थीं.
न्यायाधीश ने कहा, अदालत ने प्रतिवादी को आरोपों में दोषी पाया है. अदालत ने उन्हें पांच साल कैद की सजा सुनायी है तथा अदालत सर्वसम्मति से इस बात पर भी सहमत हुई कि सजा निलंबित नहीं की जायेगी. गौरतलब है कि इस मामले में सजा की घोषणा 25 अगस्त को ही होनी थी, लेकिन उस दिन यिंगलुक न्यायालय में हाजिर नहीं हुई थीं. उनकी पार्टी से जुड़े सूत्रों का मानना है कि शायद उन्हें सजा की गंभीरता का अहसास हो गया था जिस वजह से वो काफी पहले ही देश छोड़कर भाग गयीं थीं.
सत्ता में आने के बाद यिंगलुक ने 2011 में गरीब लोगों के लिए सस्ती दरों पर धान सब्सिडी योजना चलायी थी. जो काफी मशहूर भी हुई थी, लेकिन सैन्य सरकार का कहना है कि इस योजना से देश को काफी आर्थिक नुकसान हुआ था. 2014 में सेना ने उनका तख्ता पलट कर दिया था. इसके बाद उन पर आपराधिक लापरवाही का मामला चलाया गया.