तो क्या उत्तर कोरिया को तहस-नहस कर देंगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ?
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया को सबक सिखाने के संकेत दिये हैं. अपने विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के साथ बातचीत का अर्थ समय बर्बाद करना है. उन्होंने कहा कि वह अपने पूर्ववर्तियों बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा की […]
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया को सबक सिखाने के संकेत दिये हैं. अपने विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के साथ बातचीत का अर्थ समय बर्बाद करना है. उन्होंने कहा कि वह अपने पूर्ववर्तियों बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा की तरह इस मुद्दे पर विफल नहीं होंगे.
ट्रंप ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, मैंने अपने बेहतरीन विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से कहा कि वह लिटल रॉकेट मैन के साथ बातचीत कर समय बर्बाद कर रहे हैं. अपनी ऊर्जा बचाएं रेक्स, हम वहीं करेंगे जो करना चाहिए. उन्होंने लिखा, रॉकेट मैन के साथ अच्छा व्यवहार पिछले 25 साल में काम नहीं आया, तो अब कैसे काम आएगा? क्लिंटन विफल रहे, बुश विफल रहे और ओबामा विफल रहे। मैं विफल नहीं होउंगा। ट्रंप ने पहले भी उत्तर कोरिया के नेता को रॉकेट मैन कह कर संबोधित किया है.
उत्तर कोरिया पर क्यों नहीं होता प्रतिबंधों का असर?
ट्वीट में ट्रंप ने टिलरसन के उत्तर कोरिया के साथ बातचीत करने के निर्णय से इतर अपनी राय सार्वजनिक तौर पर पेश की. चीन में मौजूद टिलरसन ने कहा था कि अमेरिका तनाव कम करने के अपने प्रयास के तौर पर उत्तर कोरिया से प्रत्यक्ष बातचीत कर रहा है. टिलरसन ने शनिवार को कहा था, पूरी स्थिति अभी अत्यधिक तनावपूर्ण हैं. अगर उत्तर कोरिया मिसाइल दागना बंद कर दे, तो इससे स्थिति बेहतर हो सकती है.
‘सीधे संपर्क’ में हैं उत्तर कोरिया और अमरीका?
इसके बाद, उनकी प्रवक्ता हीदर नोर्ट ने कहा था कि उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है कि वह परमाणु विसैन्यीकरण के संबंध में बातचीत के लिए तैयार हैं.