ख्वाजा के दौरे से भी नहीं पसीजा अमेरिका, खास सिपहसालारों को पाकिस्तान भेजेंगे राष्ट्रपति ट्रंप, देंगे कड़ा संदेश
वाशिंगटनः पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ के तीन दिवसीय दौरे के बावजूद अमेरिका का दिल टेररिस्तान के प्रति नहीं पसीजा है. विदेश मंत्री के इस तीन दिवसीय यात्रा के बाद संबंधों में मिठास आने के बजाय खार्इ बढ़ती हुर्इ दिखायी दे रही है. अमेरिका के एक प्रमुख थिंक टैंक के एक विशेषज्ञ ने कहा कि […]
वाशिंगटनः पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ के तीन दिवसीय दौरे के बावजूद अमेरिका का दिल टेररिस्तान के प्रति नहीं पसीजा है. विदेश मंत्री के इस तीन दिवसीय यात्रा के बाद संबंधों में मिठास आने के बजाय खार्इ बढ़ती हुर्इ दिखायी दे रही है. अमेरिका के एक प्रमुख थिंक टैंक के एक विशेषज्ञ ने कहा कि अमेरिका-पाकिस्तान रिश्ते गंभीर संकट में हैं और दोनों देशों के बीच अविश्ववास गहराया है. इसके एक दिन पहले ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने अपना तीन दिवसीय अमेरिका दौरा खत्म किया है.
वहीं, कहा यह भी जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने टाॅप राजनयिक तथा सैन्य सलाहकारों को अक्टूबर के अंत तक आतंकवाद को पनाह देने को लेकर कड़ा संदेश देने के लिए पाकिस्तान भेजेंगे. ट्रंप के इस्लामाबाद पर अराजक तत्वों को सुरक्षित पनाह देने का आरोप लगाने के कुछ हफ्ते बाद अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की इस माह के अंत में पाकिस्तान के दौरे पर जाने की योजना है. अमेरिकी और पाकिस्तानी सूत्रों के अनुसार, टिलरसन के अलावा रक्षा मंत्री जिम मैटिस भी पाकिस्तान के दौरे पर जायेंगे.
इसे भी पढ़ेंः अमेरिका का पाकिस्तान पर अब तक का सबसे बड़ा कड़ा आरोप, खुफिया एजेंसी ISI का अातंकी समूहों से है संबंध
अधिकारियों द्वारा उनके दौरे के बारे में दी गयी जानकारी के अनुसार, ट्रंप का यह कड़ा रुख पाकिस्तान को कड़ा संदेश है कि उसे जिहादी समूहों को अपना समर्थन बंद करना होगा. ट्रंप ने अगस्त में अपने संदेश में कहा था, हम पाकिस्तान को जहां अरबों डॉलर दे रहे हैं. वहीं, वह उन आतंकवादियों को पनाह दे रहा है, जिनसे हम लड़ रहे हैं. ट्रंप के कड़ा रुख अपनाने का संकेत देने के छह हफ्ते बाद अब यह संकेत मिल रहा है कि दक्षिण एशिया में परिदृश्य बदल गया है.
वहीं दूसरी आेर, कांग्रेस से वित्त पोषित अमेरिकी थिंक टैंक युनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में पाकिस्तान पर वरिष्ठ विशेषज्ञ मोईद यूसुफ ने कहा कि इस्लामाबाद और वाशिंगटन एक-दूसरे की मंशा को बेहद संदेहास्पद नजरिये से देखते हैं. यूसुफ के अनुसार, मुझे लगता है कि यह रिश्ता गंभीर संकट में है. उनकी यह टिप्पणी पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ के अपना तीन दिवसीय वाशिंगटन दौरा खत्म करने के बाद आया है. अपनी यात्रा के दौरान आसिफ ने विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच आर मैक्मास्टर से मुलाकात की.