कॉक्स बाजार (बांग्लादेश : म्यांमार में बड़े पैमाने पर हिंसा के बाद हजारों रोहिंग्या मुस्लमानों का वहां से भाग कर बांग्लादेश आना जारी है, जहां पहले से ही पांच लाख से ज्यादा लोग मलिन शिविरों में रह रहे है. प्रत्यक्षदर्शियों और शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय द्वारा ली गयी ड्रोन फुटेज के अनुसार यह जानकारी मिली है.
यूएनएचसीआर के सोमवार को लिये गये वीडियो में दिखाया गया है कि दक्षिण बांग्लादेश में पालोंग खली क्षेत्र में जमीन की एक संकरी पट्टी पर हजारों रोहिंग्या मुस्लिम पैदल चल रहे है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सप्ताह के अंत में सीमा पर रुके शरणार्थियों ने फिर से सीमा पार करना शुरू कर दिया है.
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एसोसिएटेड प्रेस के एक फोटोग्राफर ने मंगलवार की सीमा पार करने के एक स्थान के निकट हजारों नये लोगों को आगे बढ़ते हुए देखा. इनमें से कुछ ने कहा कि उन्हें बांग्लादेशी सीमा गार्ड ने रोक लिया और धान के दलदली खेतों में रात गुजारनी पड़ी.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) के प्रवक्ता एंद्रेज महेकिक ने जिनेवा में कहा कि शनिवार रात से एक अनुमान के मुताबिक 10 से 15 हजार रोहिंग्या म्यांमार से पलायन कर चुके हैं. इस तरह से 25 अगस्त से म्यांमार छोड़ने वाले रोहिंग्या शरणार्थियों की संख्या 5,82,000 पहुंच गयी है. बीते सप्ताह के अंत में यह संख्या 5,37,000 बतायी गयी थी, जिसमें 45 हजार का इजाफा हो गया.
संयुक्त राष्ट्र की बच्चों के लिए काम करने वाली एजेंसी की प्रवक्ता मेरिक्सी मर्काडो ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा कि कुछ इलाकों में पहुंच आसान होने की वजह से यह पलायन इतनी संख्या में हो रहा है. म्यांमार के रखाइन प्रांत में हिंसा के बाद रोहिंग्या लोग पलायन कर रहे हैं. महेकिक ने बांग्लादेश-म्यामां सीमा के पास फंसे हुए हजारों लोगों की हालत पर चिंता जतायी.