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उत्तर कोरिया में ढहा सुरंग, किम जोंग की परमाणु बम की सनक ने ले ली 200 की जान

तोक्यो : लगातार परमाणु परीक्षण कर दुनियाभर में खलबली मचाने वाले उत्तर कोरिया को जोरदार झटका लगा है. जानकारी के अनुसार उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण साइट पंगी-री पर एक सुरंग के ढहने से 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी जबकि कई लोग घायल हो गये. जापानी मीडिया ने इस खबर को सार्वजनिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2017 9:44 AM

तोक्यो : लगातार परमाणु परीक्षण कर दुनियाभर में खलबली मचाने वाले उत्तर कोरिया को जोरदार झटका लगा है. जानकारी के अनुसार उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण साइट पंगी-री पर एक सुरंग के ढहने से 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी जबकि कई लोग घायल हो गये. जापानी मीडिया ने इस खबर को सार्वजनिक किया है. यहां उल्लेख कर दें कि 3 सितंबर को उत्तर कोरिया ने छठवां और सबसे बड़ा अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट किया था जिसके कुछ दिन बाद ही यह हादसा हुआ.

जापान के एक टीवी चैनल ने उत्तर कोरिया में मौजूद अपने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि शुरुआत में करीब 100 मजदूर वहां फंसे थे जिसके बाद राहत और बचाव कार्य चलाया गया लेकिन इस दौरान सुरंग का एक और हिस्सा ढह गया. हादसे में 200 से ज्यादा लोगों की जान चली गयी. टीवी चैनल के अनुसार, परमाणु परीक्षण के कारण ही हादसे के हालात पैदा हुए. इससे पहले ही विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि अंडरग्राउंड टेस्ट्स की वजह से पहाड़ गिर सकता है और चीन बॉर्डर के नजदीक रेडिएशन लीक होने का खतरा है. इस न्यूक्लियर टेस्ट साइट पर 2006 से लेकर अब तक 6 परीक्षण किये जा चुके हैं.

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3 सितंबर को हुए छठवें परीक्षण के एक दिन बाद सैटलाइट से ली गयी तस्वीरों की मानें तो, विस्फोट के कारण इलाके में कई भूस्खलन हुए. धमाके के कारण पहले तो 6.3 तीव्रता का भूकंप आया और फिर चंद मिनटों बाद 4.1 तीव्रता के एक और भूकंप उत्पन्न हुआ था. जापान के आंकलन के अनुसार, उत्तर कोरिया ने 3 सितंबर को जिस हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था, वह 1945 में हिरोशिमा पर गिराये गये परमाणु बम से आठ गुना ज्यादा पावरफुल था.

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रिपोर्ट में ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि परीक्षण के बाद यहां की जमीन पर असर पड़ा और वह कमजोर हो गयी थी. गौर हो कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग अपने यहां होने वाले हादसों को कभी स्वीकार नहीं करता है. खास तौर पर परमाणु कार्यक्रम से जुड़े हादसों को लेकर तो वह कभी भी मुंह नहीं खोलता है.

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