<p>व्हीलचेयर पर बैठे लाचार, बेबस और बीमार दिख रहे चंद्रशेखर आज़ाद की तस्वीर जब सामने आई तो उनकी सेहत और हालत को लेकर कई सवाल उठे.</p><p>भीम सेना के संस्थापक चंद्रशेखर सहारनपुर की जेल में बंद हैं. उन पर बलवा और दंगा कराने और पुलिस पर हमले का नेतृत्व करने के गंभीर आरोप हैं. </p><p>जेल प्रशासन ने बीते शनिवार को उन्हें सहारनपुर ज़िला अस्पताल में भर्ती करवाया था. ये तस्वीर उसी दिन की है.</p><p>सहारनपुर जेल के अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बीबीसी को बताया, "चंद्रशेखर के पेट में इंफ़ेक्शन है जिसके लिए उन्हें ज़िला अस्पताल ले जाया गया था. अभी उनकी हालत बेहतर है और वो जेल के ही अस्पताल में भर्ती हैं."</p><p>शर्मा ने बताया, "चंद्रशेखर के स्वास्थ्य की देखरेख करना हमारी ज़िम्मेदारी है. उनकी देखरेख कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि सेहत में सुधार हुआ है. "</p><p>वहीं चंद्रशेखर के भाई कमलकिशोर जाटव ने बीबीसी को बताया कि उनकी तबियत करीब एक महीने से ख़राब है. कमलकिशोर के मुताबिक चंद्रशेखर को टाइफ़ाइड भी हुआ था.</p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/india-39992308">भीम आर्मी- बेज़ुबानों की आवाज़ या लोकतंत्र को चुनौती?</a></p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/india-40084921">किससे लड़ रही है आज़ाद की भीम आर्मी</a></p><p>हालांकि जेल अधीक्षक का कहना है कि चिकित्सीय जांच में पता चला है कि उन्हें अब टाइफ़ाइड नहीं है.</p><p>कमलकिशोर ने मंगलवार को ही चंद्रशेखर से जेल में मुलाकात की थी. उन्होंने बताया, "वो काफ़ी कमज़ोर हो गए हैं और उनके पेट में गंभीर इंफ़ेक्शन है."</p><p>चंद्रशेखर से अस्पताल में मुलाक़ात करने वाले उनके एक दोस्त ने बीबीसी से कहा, "चंद्रशेखर जेल में मिलने वाला खाना ही खाते हैं और नियमित तौर पर जेल में मिलने वाले दूध का सेवन करते हैं. उन्हें इंफ़ेक्शन कैसे हुआ इसकी जांच होनी चाहिए."</p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/social-40006753">जाति आधारित आरक्षण बंद हो: जस्टिस काटजू</a></p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/india-40075804">’मुस्लिम हिंदू समझकर काटते हैं, हिंदू चमार समझकर'</a></p><p>चंद्रशेखर ने सहारनपुर में दलितों के संगठन भीम सेना की स्थापान की थी. बीते साल ये संगठन तेज़ी से उभरा था. बहुत कम समय में ही चंद्रशेखर दलित समाज में लोकप्रिय भी हो गए.</p><p>लेकिन इसी साल मई में सहारनपुर में जातीय हिंसा हुई थी. ठाकुर और दलित समाज के लोगों के बीच हुई झड़पों में कई घर भी चला दिए गए थे. पुलिस ने चंद्रशेखर पर इस हिंसा की साज़िश रचने और भीड़ का नेतृत्व करने के आरोप लगाए हैं.</p><p>चंद्रशेखर को जून में गिरफ़्तार किया गया था और वो तब से जेल में ही बंद हैं.</p><p>चंद्रशेखर के भाई कहते हैं, "आप जानते हैं इस समय यूपी में किसकी सरकार है और जो चंद्रशेखर के साथ हो रहा है उसके पीछे कौन है."</p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/india-40001759">मीडिया को क्यों नहीं दिखता दलितों का संघर्ष?</a></p><h1>इलाज में लापरवाही</h1><p>भीम आर्मी के प्रवक्ता कल्याण सिंह सवाल उठाते हैं, "चंद्रशेखर के इलाज में लापरवाही की जा रही है जिससे ज़ाहिर होता है कि उनका इरादा ख़राब है. "</p><p>कल्याण सिंह कहते हैं, "हमें सिर्फ़ पेट के इंफ़ेक्शन के बारे में ही बताया गया है. टाइफ़ाइड की क्या स्थिति है ये जानकारी नहीं दी गई है. यदि टाइफ़ाइड पूरी तरह ठीक न हो तो ख़तरनाक भी हो सकता है."</p><p>वो कहते हैं, "चंद्रशेखर राजनीतिक बंदी है, इसी आधार पर उनके ख़िलाफ़ भेदभाव भी किया जा रहा है."</p><p>हालांकि जेल प्रशासन ऐसे सभी आरोपों को खारिज करता है. जेल अधीक्षक वीरेश शर्मा कहते हैं कि सेहत में सुधार होने पर ही चंद्रशेखर के ज़िला अस्पताल से जेल अस्पताल लाया गया था.</p><p>कल्याण सिंह कहते हैं, "चंद्रशेखर की चिकित्सीय जांच होनी चाहिए और उनकी बीमारी के बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए. यदि प्रशासन को सहारनपुर में चिकित्सीय जांच कराने में दिक्क़त है तो उन्हें मेरठ या दिल्ली के अस्पताल ले जाया जाना चाहिए."</p><h1>चंद्रशेखर के बाद भीम आर्मी का क्या?</h1><p>कल्याण सिंह कहते हैं कि ये आंदोलन चंद्रशेखर या किसी एक व्यक्ति ने नहीं खड़ा किया है बल्कि ये अत्याचार के ख़िलाफ़ दलितों का आक्रोश है जो बाहर आया है. </p><p>वो कहते हैं, "चंद्रशेखर भले जेल में हैं लेकिन दलित आंदोलन मज़बूत हो रहा है. दलित युवा अब भेदभाव के ख़िलाफ़ खड़े हो रहे हैं. चंद्रशेखर के रूप में इन युवाओं को ईमानदार नेतृत्व मिला है. वो ज़मानत पर जेल से आ जाएंगे तो फिर ये आंदोलन तेज़ हो जाएगा."</p><p>स्थानीय अदालत में ज़मानत याचिका रद्द हो जाने के बाद अब हाई कोर्ट में चंद्रशेखर की ज़मानत के लिए याचिका दायर की गई है. कल्याण सिंह कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इस याचिका पर सुनवाई होगी और हाई कोर्ट चंद्रशेखर को ज़मानत दे देगा.</p><p>भीम आर्मी अब दलित और मुस्लिम युवकों को एकजुट कर उन्हें आत्मरक्षा में प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रही है. कल्याण सिंह कहते हैं, "एक बार चंद्रशेखर बाहर आ जाएं तो युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए आत्मरक्षा कैंप भी लगाए जाएंगे."</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां क्लिक</a><strong> कर सकते हैं. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi">फ़ेसबुक</a><strong> और </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</strong></p>
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भीम आर्मी के चंद्रशेखर की ‘लाचार तस्वीर’ की कहानी
<p>व्हीलचेयर पर बैठे लाचार, बेबस और बीमार दिख रहे चंद्रशेखर आज़ाद की तस्वीर जब सामने आई तो उनकी सेहत और हालत को लेकर कई सवाल उठे.</p><p>भीम सेना के संस्थापक चंद्रशेखर सहारनपुर की जेल में बंद हैं. उन पर बलवा और दंगा कराने और पुलिस पर हमले का नेतृत्व करने के गंभीर आरोप हैं. </p><p>जेल प्रशासन […]
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