अमरीकी पुलिस का कहना है कि न्यूयॉर्क का ट्रक हमलावर कथित इस्लामिक स्टेट से प्रभावित था. न्यूयॉर्क में हुए ट्रक हमले के संदिग्ध का नाम सैफ़ुल्लो साइपोव बताया गया है.
अमरीकी अभियोजकों ने न्यूयॉर्क के साइपोव पर आतंक फैलाने का आरोप लगाया है. साइपोव के ख़िलाफ़ कथित इस्लामिक स्टेट के लिए संसाधन जुटाने का भी आरोप तय किया गया है.
बुधवार को हुए हमले में आठ लोगों की मौत हो गई थी और 11 अन्य घायल हो गए थे.
न्यूयॉर्क पुलिस के डिप्टी कमिशनर जॉन मिलर ने कहा है कि घटनास्थल के पास से अरबी भाषा में लिखे नोट्स मिले हैं, जिनमें दावा किया गया है कि हमला इस्लामिक स्टेट के लिए किया गया.
साइपोव 2010 में उज़बेकिस्तान से अमरीका आए थे और उनके पास अमरीका में रहने के वैध दस्तावेज़ हैं.
मिलर ने कहा, "जाँच में सामने आया है कि साइपोव पिछले कई हफ्ते से इस योजना पर काम कर रहा था. उसने ये इस्लामिक स्टेट के नाम पर किया. घटनास्थल से मिले नोट्स और अन्य चीजें ये इशारा करती हैं."
कौन है हमलावर?
फ़रवरी 1988 में पैदा हुए ग्रीन कार्ड धारक सैफ़ुल्लो साइपोव ओहायो, फ्लोरिडा और न्यूजर्सी में रह चुके हैं.
अमरीका में रह रहे उज़्बेक मूल के ब्लॉगर और धार्मिक कार्यकर्ता मिराख़मत मुमीनोव ने बीबीसी को बताया है कि साइपोफ़ तीन बच्चों के पिता हैं.
मुमीनोव के मुताबिक अमरीका आने के बाद साइपोव का झुकाव इंटरनेट के ज़रिए कट्टरपंथ की ओर हो गया था.
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साइपोव के अमरीका आने के बाद दोनों की मुलाक़ात ओहायो में हुई थी.
मुमीनोव बताते हैं, "वो बहुत ज़्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं और अमरीका आने से पहले उन्हें क़ुरान के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी. जब वो यहां थे तो सामान्य व्यक्ति थे."
मुमीनोव कहते हैं कि जब साइपोव को ड्राइवर के रूप में काम नहीं मिला तो वो काफ़ी परेशान हो गए और अवसाद में चले गए. काम न मिलने की वजह से उन्हें गुस्सा भी था.
मुमीनोव बताते हैं, "अपने कट्टरंपथी विचारों की वजह से वो अकसर अन्य उज़्बेक लोगों से बहस करते थे और बाद में फ्लोरिडा चले गए थे."
इसके बाद दोनों का संपर्क टूट गया.
न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्र्यू क्योमो ने कहा है कि हमले के पीछे बड़ी साज़िश होने के सबूत अभी नहीं मिले हैं.
कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि हमले के बाद जब वो अपने वाहन से निकले तो ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगा रहे थे.
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