पाकिस्तान पर सांसदों को संदेह, अमेरिकी मदद की होगी समीक्षा

वाशिंगटन : कांग्रेस की दो प्रभावशाली उप-समितियां पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की प्रतिबद्धता पर संयुक्त सुनवाई करेंगी और पाकिस्तान को मिलने वाली अमेरिकी मदद की समीक्षा भी करेंगी. वहीं सांसदों ने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह न देने की उसकी (पाकिस्तान की) प्रतिबद्धता पर भी संदेह जताया है. ट्रंप के दक्षिण एशिया पर अपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2017 9:42 AM

वाशिंगटन : कांग्रेस की दो प्रभावशाली उप-समितियां पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की प्रतिबद्धता पर संयुक्त सुनवाई करेंगी और पाकिस्तान को मिलने वाली अमेरिकी मदद की समीक्षा भी करेंगी. वहीं सांसदों ने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह न देने की उसकी (पाकिस्तान की) प्रतिबद्धता पर भी संदेह जताया है. ट्रंप के दक्षिण एशिया पर अपनी रणनीति की घोषणा करने के करीब तीन माह बाद इस संबंध में यह सवाल खड़ा किया गया है.

सांसद टेड योहो ने कहा, क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए अमेरिका-पाकिस्तान के बीच लाभकारी संबंध आवश्यक है, लेकिन पाकिस्तान के आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह न देने की प्रतिबद्धता पर संदेह बना हुआ है. एशिया एंड द पेसिफिक और मीडल ईस्ट एंड नॉर्थ अफ्रीका (सदन की विदेश मामलों की समिति की दो उप-समितियां ) अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए राष्ट्रपति की योजना: उद्देश्य एवं संसाधन पर बुधवार, आठ नवंबर को सुनावाई करेगी.

दक्षिणी और मध्य एशिया के लिए कार्यकारी सहायक विदेश मंत्री एलिस जी वेल्स को ग्रीगोरी हगर के साथ सांसदों के समक्ष गवाही देने को कहा गया है. ग्रिगोरी अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका एजेंसी (यूएसएआईडी) में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के प्रशासनिक कार्यालय में सहायक हैं. एशिया एंड द पेसिफिक समिति के अध्यक्ष योहो ने कहा, इस सुनवाई में, उप-समितियां अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिकी असैन्य प्रयासों को सुनेंगी, यह सुनिश्चित करेगी कि कैसे वे नई रणनीति पर ठीक बैठते हैं और प्रशासन के संसाधनों संबंधी निर्णयों का निरीक्षण करेगी.

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