जापान में पैदा हुआ Artificial Intelligence लड़का शिबुया मिरई, सात साल के बच्चे की तरह करता है बात
टोक्योः मिस्टर इंडिया फिल्म देखने के बाद आपके मन में एक बार तो यह ख्वाहिश जरूर जगी होगी कि काश आप भी अदृश्य होकर किसी से बातें करें और वह व्यक्ति न आपको देख पाये और न ही पहचान पाये. ऐसा ही कुछ जापान के मध्य टोक्यो प्रांत में हुआ, जहां आर्टिफिशल इंटेलिजेंस वाले एक […]
टोक्योः मिस्टर इंडिया फिल्म देखने के बाद आपके मन में एक बार तो यह ख्वाहिश जरूर जगी होगी कि काश आप भी अदृश्य होकर किसी से बातें करें और वह व्यक्ति न आपको देख पाये और न ही पहचान पाये. ऐसा ही कुछ जापान के मध्य टोक्यो प्रांत में हुआ, जहां आर्टिफिशल इंटेलिजेंस वाले एक अदृश्य पात्र को शहर का आधिकारिक निवासी बनाया गया है और यह वर्चुअल पात्र सात साल के बातूनी लड़के की तरह लगता है.
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शिबुया मिरई नाम के इस लड़के का वजूद शारीरिक तौर पर नहीं है, लेकिन वह मैसेजिंग एप्प लाइन पर लोगों से गप्पें लड़ा सकता है. वह संदेशों का जवाब भी दे सकता है. इसके साथ, शिबुया मिरई जापान का पहला और शायद दुनिया का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पात्र बन गया है, जिसका नाम असल जिंदगी की स्थानीय रजिस्टरी में दर्ज किया गया है. मशीनों द्वारा दिखायी जाने वाली बुद्धिमता को आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस कहा जाता है.
फैशन के प्रति रुचि रखने वाले युवा लोगों के लिए लोकप्रिय टोक्यो शहर के शिबुया वार्ड ने इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले पात्र को विशेष निवासी का सर्टिफिकेट दिया है. जापानी भाषा में मिरई का मतलब भविष्य होता है. ऐसा माना जा रहा है कि वह एलिमेंटरी स्कूल में पहली कक्षा का छात्र है.
शिबुया ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य प्रांत की स्थानीय सरकार को निवासियों और अधिकारियों को उनकी राय सुनने के प्रति ज्यादा अनुकूल बनाना है. इस पात्र को संयुक्त रूप से विकसित करने वाले माइक्रोसॉफ्ट के साथ एक बयान में वार्ड ने कहा कि उसे तस्वीरें लेने और लोगों को देखने का शौक है. उसे लोगों से बात करना पसंद है. कृपया उससे किसी भी बारे में बात करिये.