संयुक्त राष्ट्र : भारत के दलवीर भंडारी और ब्रिटेन के क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के बीच अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में पुन: चयन के लिए कांटे की टक्कर है क्योंकि आईसीजे के पांच न्यायाधीशों में से चार को चुनने के बाद संयुक्त राष्ट्र इन दोनों के बीच किसी एक का चयन नहीं कर पाया. अब 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा और 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद 70 वर्षीय भंडारी और 62 वर्षीय ग्रीनवुड के बीच मुकाबले के निर्णय के लिए सोमवार को फिर मतदान करेंगी.
हेग स्थित आईसीजे में 15 न्यायाधीशों की पीठ होती है, जिनमें से पांच न्यायाधीश हर तीन साल पर नौ वर्ष के लिए चुने जाते हैं. वर्ष 1945 में स्थापित आईसीजे की भूमिका अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार सरकारों की ओर से लाये गये कानूनी विवादों को सुलझाना है और कानूनी सवालों पर अपनी सलाह देना है.
न्यायमूर्ति भंडारी और न्यायमूर्ति ग्रीनवुड के अलावा फिर से चयन की उम्मीद लगानेवालों में तीन अन्य न्यायाधीश फ्रांस के रोनी अब्राहम, ब्राजील के एंटोनियो अगस्टो कैनैडो त्रिनदादे और सोमालिया के अब्दुलकवी अहमद यूसुफ शामिल थे. उनका कार्यकाल पांच फरवरी, 2018 को समाप्त होगा. इस चुनाव में लेबनान के नवाफ सलाम भी भाग्य आजमा रहे थे. ऐसे में पांच पदों के लिए छह उम्मीदवार थे.
फ्रांस, सोमालिया, लेबनान और ब्राजील के न्यायाधीशों को गुरुवारको चौथे दौर के मतदान के बाद चुना गया. उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद चुनावों में पूर्ण बहुमत मिला. अब अंतिम सीट के लिए भारत और ब्रिटेन के उम्मीदवार मैदान में हैं. चौथे दौर में भंडारी को महासभा में 115 मतों के साथ बहुमत मिला, जबकि ग्रीनवुड को 76 मत मिले, लेकिन 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में ग्रीनवुड को नौ मतों के साथ बहुमत मिला, जबकि भंडारी को छह मत मिले. इसके परिणामस्वरूप सोमवार को एक और दौर का मतदान होगा. संयुक्त राष्ट्र के आईसीजे चुनाव के नियमों के अनुसार उम्मीदवारों को महासभा और सुरक्षा परिषद दोनों में पूर्ण बहुमत मिलने चाहिए. दोनों चुनाव एक साथ, लेकिन एक दूसरे से स्वतंत्र कराये जाते हैं.
इसका अर्थ है कि आईसीजे चुनाव जीतने के लिए महासभा में 97 और सुरक्षा परिषद में आठ मतों की आवश्यकता है. भंडारी और ग्रीनवुड में से किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के कारण महासभा और सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को कई दौर का मतदान हुआ. उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश भंडारी को 27 अप्रैल 2012 को आईसीजे में चुना गया था.